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बिहार परचा लीक आयोग :दफ्तर में नहीं मिले सीके अनिल आवास का भी कोई पता नहीं
घंटे भर इंतजार के बाद लौटी एसआइटी पटना : बीएसएससी पेपर लीक मामले में एसआइटी गुरुवार की दोपहर आयोग पहुंची. वहां करीब एक घंटे तक रही, लेकिन आयोग के ओएसडी सीके अनिल वहां उपस्थित नहीं हुए. नोटिस के मुताबिक उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए दोपहर 12 बजे तक एसआइटी के सामने आना था, पर […]
घंटे भर इंतजार के बाद लौटी एसआइटी
पटना : बीएसएससी पेपर लीक मामले में एसआइटी गुरुवार की दोपहर आयोग पहुंची. वहां करीब एक घंटे तक रही, लेकिन आयोग के ओएसडी सीके अनिल वहां उपस्थित नहीं हुए. नोटिस के मुताबिक उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए दोपहर 12 बजे तक एसआइटी के सामने आना था, पर वह नहीं आये.
एसआइटी के एक बड़े अधिकारी ने यह स्वीकार किया कि सीके अनिल कहां रहते हैं, यह पता नहीं चल पाया है. एसआइटी को सरकारी दस्तावेज से भी पटना में उनके उस आवास का पता नहीं चल पा रहा है, जहां वह नियमित रूप से रहते हैं. आयोग में भी कोई कर्मचारी उनके आवास के बारे में नहीं बता पाया. उनके नाम से सरकारी आवास एलाॅट है कि नहीं, यह जानकारी भी नहीं हो पायी है. ऐसे में उनकी तलाश में परेशानी हो रही है. एेसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या सीके अनिल एसआइटी की नजर में फरार चल रहे हैं. सूत्रों की मानें, तो राज्य के बाहर भी उनकी तलाश चल रही है. एसआइटी की नजर दिल्ली पर है. उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश तेजी से दी जा रही है.
सीके अनिल की फरारी से गहराता जा रहा शक, धोखाधड़ी का दर्ज हो सकता है केस
पेपर लीक मामले में बीएसएससी के अध्यक्ष सुधीर कुमार को एसआइटी से बचाने के लिए सरकारी दस्तावेज से छेड़छाड़ करने, सुधीर कुमार द्वारा किये गये कृत्य के राजदार बनने, गलत कार्य में सहयोग करने, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने, एसआइटी की जांच को बाधित करने के आरोप में धोखाधड़ी समेत आइपीसी की अन्य धाराओं में केस दर्ज हो सकता है. सूत्रों की मानें, तो एसआइटी उन पर पूरी तरह से कानूनी शिकंजा कसने में जुट गयी है.
नीति रंजन ने पूछताछ में किये हैं कुछ अहम खुलासे
आयोग के आइटी मैनेजर नीति रंजन से पूछताछ में कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं. बुधवार से दो दिनों के रिमांड पर लिये गये नीति रंजन ने सीके अनिल के बारे में कुछ जानकारी एसआइटी को दी है. उस पर जांच आगे बढ़ रही है. नीति से पूछताछ चल रही है.
एसआइटी को मिल गये हैं एफएसएल की कुछ रिपोर्ट
सीके अनिल के खिलाफ एसआइटी को एफएसएल से कुछ जांच रिपोर्टें मिल गयी हैं. इनमें सुधीर कुमार के आवेदन पर फर्जी हस्ताक्षर करने के प्रमाण शामिल हैं. कुछ और रिपोर्टें हैं, जिनका इंतजार किया जा रहा है.
अब तक की जांच में जो जानकारी मिली है, उसमें सीके अनिल पर सुधीर कुमार का सहयोग करने का ही आरोप दिख रहा है. पेपर लीक कराने में उनकी क्या भूमिका है, यह अभी सामने नहीं आया है. इस पर जांच जारी है.
परमेश्वर के मोबाइल फोन एसएमएस में मिली थी आंनद शर्मा के सिफारिशें
परमेश्वर राम के मोबाइल फोन में जो एसएमएस मिले थे, वे दलाल आनंद शर्मा की ओर से भेजे गये थे. उनमें बीएसएससी ग्रेजुएट लेवल, एएनएम समेत अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होनेवाले अभ्यर्थियों के नामों के साथ सिफारिश की गयी थी. इतना ही नहीं, आनंद शर्मा की बातचीत आनंद बरार से भी होती थी. परमेश्वर और आनंद बरार के बीच की कड़ी आंनद शर्मा ही था. इसके साक्ष्य मोबाइल फोन के सीडीआर से मिले हैं. ऐसे तमाम बिंदुओं पर एसआइटी की पूछताछ होनी है.
सुधीर कुमार और उनके भाई की पत्नी मंजू ने दाखिल की जमानत अर्जी
निगरानी की विशेष अदालत में बीएसएससी पेपर लीक मामले के ट्रांसफर होने के बाद पूर्व अध्यक्ष सुधीर कुमार की तरफ जमानत अर्जी दी गयी है. इसके अलावा सुधीर कुमार के प्रोफेसर भाई अवधेश कुमार की पत्नी मंजु ने भी जमानत के लिए अर्जी लगायी है.
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