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इंटर मूल्यांकन : सील बंद बैग में आयेगा जांच के लिए आंसर शीट
पटना : इंटरमीडिएट की सभी उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन किसी तरह की गड़बड़ी न हो और हर उत्तरपुस्तिका की जांच सही से हो, इसके लिए उत्तरपुस्तिकाएं (आंसर शीट) बंडल में नहीं बल्कि स्पेशल बैग में रखी जायेंगी. एक बैग में 200 उत्तरपुस्तिकाएं होंगी. बैग में विषयवार उत्तरपुस्तिका रखी जायेंगी. उत्तरपुस्तिकाओं की बैग एक ही प्रधान परीक्षक […]
पटना : इंटरमीडिएट की सभी उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन किसी तरह की गड़बड़ी न हो और हर उत्तरपुस्तिका की जांच सही से हो, इसके लिए उत्तरपुस्तिकाएं (आंसर शीट) बंडल में नहीं बल्कि स्पेशल बैग में रखी जायेंगी. एक बैग में 200 उत्तरपुस्तिकाएं होंगी. बैग में विषयवार उत्तरपुस्तिका रखी जायेंगी. उत्तरपुस्तिकाओं की बैग एक ही प्रधान परीक्षक को आवंटित की जायेंगी.
मूल्यांकन के समय बैग खोले जायेंगे. मूल्यांकन होने के बाद तुरंत सभी उत्तरपुस्तिकाएं उसी समय बैग में रख कर समिति कार्यालय भेजी जायेंगी. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अनुसार आठ घंटे के लिए एक बैग खोला जायेगा. 2016 में उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन केंद्र से गायब होने की घटना को देखते हुए समिति कार्यालय ने एहतियात के तौर पर बैग सिस्टम की तैयारी की है.
पहले होगी बैठक, फिर शुरू होगा मूल्यांकन : इस बार इंटर की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन से पहले हर केंद्र पर बैठक आयोजित की जायेगी. बैठक केंद्र निदेशक द्वारा की जायेगी. बैठक में सभी प्रधान परीक्षक और परीक्षक को शामिल होना है. इसमें मूल्यांकन संबंधित गाइड लाइन जारी किये जायेंगे. मूल्यांकन, मार्किंग स्कीम, स्टेप वाइज मार्किंग की सारी जानकारी प्रधान परीक्षक और परीक्षकों को दी जायेगी. इस बार पहले दिन ही सभी परीक्षकों को ज्वाइन करना होगा.
हर दिन सुबह 9.30 बजे होना है उपस्थित : मूल्यांकन के लिए प्रधान परीक्षक और परीक्षकों को सुबह 9.30 बजे हर दिन उपस्थित होना अनिवार्य है. परीक्षकों का न्यूनतम अनुभव तीन वर्ष पढ़ाने का होना अनिवार्य है.
साइकिल योजना की राशि की रसीद प्राचार्य रखें अपने पास
पटना. साइकिल का पैसे छात्र और छात्राओं के एकाउंट में भेजा जायेगा. एकाउंट में पैसा जाने के 24 घंटे के अंदर साइकिल की खरीदारी हो जानी चाहिए. साइकिल खरीदने के बाद संबंधित एजेंसी का रसीद स्कूल के प्राचार्य विद्यार्थी से लेकर अपने पास रख ले.
क्योंकि किसी भी दिन निगरानी की जांच स्कूल में किया जा सकता है. जिन प्राचार्य के पास विद्यार्थी की संख्या के अनुुसार रसीद नहीं होगा, उन प्राचार्य पर कार्रवाई की जायेगी. शिक्षा विभाग द्वारा जारी इस दिशा निर्देश को पटना जिला शिक्षा कार्यालय द्वारा तमाम स्कूलों को भेज दिया गया है.
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