Advertisement
चुनाव परिचर्चा में सभी दलों ने माना, सुधार है आवश्यक
पटना : राज्य के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने माना है कि चुनाव सुधार आवश्यक है. उनका मानना था कि चुनाव में जितनी शुचिता आयेगी उतना ही लोकतंत्र मजबूत होगा. कार्यक्रम का आयोजन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स व बिहार इलेक्शन वाच की ओर से आयोजित किया गया था. गांधी संग्रहालय में रविवार को राजनीतिक […]
पटना : राज्य के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने माना है कि चुनाव सुधार आवश्यक है. उनका मानना था कि चुनाव में जितनी शुचिता आयेगी उतना ही लोकतंत्र मजबूत होगा. कार्यक्रम का आयोजन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स व बिहार इलेक्शन वाच की ओर से आयोजित किया गया था. गांधी संग्रहालय में रविवार को राजनीतिक दलों के वित्तपोषण में पारदर्शिता एवं जवाबदेही को लेकर आयोजित सेमिनार में जदयू के वरिष्ठ नेता गुलाम गौस ने कहा समाज के हर क्षेत्र में गिरावट आयी है. राजनीति में भी गिरावट आयी है.
भाजपा के प्रतिनिधि देवेश कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चुनाव सुधार के लिए सार्थक प्रयास किया गया है. इसकी सराहना सभी दलों ने की है, पर यह काफी नहीं है. इस प्रयास से धनबल पर रोक लगेगी. जदयू के प्रवक्ता निखिल कुमार ने बताया कि देश में 1900 पार्टियों में 400 पार्टियां फर्जी पते पर रजिस्टर्ड पायी गयी हैं. इससे यह पता चलता है राजनीतिक पार्टियां आखिर बन क्यों रही है और वे क्या करना चाहती है. आम आदमी पार्टी के बबलू प्रकाश ने राजनीतिक दलों को आरटीआइ में लाने व स्टेट फंडिंग की वकालत की. वरीय अधिवक्ता दीनू कुमार ने कहा कि कुछ पार्टियां पैसे लेकर टिकट देती हैं.
प्रो सुहेली मेहता ने कहा कि आपराधिक छवि के जनप्रतिनिधियों की सदस्यता समाप्त की जानी चाहिए. पत्रकार अजय कुमार ने कहा कि राजनीतिक दलों मे डर व्याप्त हो गया है. जो देश की नुमाइंदगी करती है उसे डरने की आखिर जरूरत ही क्या है. एम रहमान ने कहा कि राजनीतिक दल देश चलाना चाहते हैं, तो आरटीआइ से क्यों डरते हैं.
वरिष्ठ पत्रकार मणिकांत ठाकुर ने कहा कि दलों के अंदर आंतरिक लोकतंत्र, जवाबदेही एवं पारदर्शिता कहीं दिखायी नहीं देती है. यह चिंता का विषय है. इस मौके पर जनअधिकार पार्टी के अखलाक अहमद, प्रो नवल किशोर चौधरी, आपदा प्रबंधन प्राधिकार के उपाध्यक्ष व्यास जी ने भी अपने विचार रखे. सभा को प्रदेश के विभिन्न जिलों से आनेवाले सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी संबोधित किया.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement