पटना : बिहार ने 21 जनवरी, 2017 को विश्व पटल पर अपनी अमिट छाप छोड़ दी. शराबबंदी और नशामुक्ति के पक्ष में उसने विश्व कीर्तिमान बनाया. तीन करोड़ लोगों ने 45 मिनट तक एक दूसरे का हाथ थाम कर विशाल मानव शृंखला बनायी. लोगों का यह क्रम बिहार की एक सीमा से शुरू होकर दूसरी सीमा तक बिना टूटे जारी रहा. स्कूली बच्चे, राजनीतिक दलों के नेता-कार्यकर्ता, कर्मचारी-अधिकारी, महिला-पुरुष, आम से लेकर खास तक कतारबद्ध दिखे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव, शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी, एनसीपी सांसद तारिक अनवर पटना के गांधी मैदान में मानव शृंखला का हिस्सा बने.
सभी ने एक दूसरे का हाथ थाम कर नशामुक्त समाज बनाने का संकल्प भी लिया. पांच सेटेलाइट (इसरो के दो और दूसरे देशाें के तीन)से इसके फोटो लिये गये. इसके अलावा सभी जिलों में ड्रोन के साथ-साथ राज्य सरकार के चार हेलीकॉप्टर से फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी भी हुई. पटना के गांधी मैदान में लोगों ने क्रमबद्ध होकर बिहार का नक्शा बनाया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मानव शृंखला में भाग लेने के लिए 11:50 बजे ही गांधी मैदान पहुंच गये थे. उनसे पहले राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव पहुंचे. सभी की अगवानी शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी और पटना जिला प्रशासन ने की. गांधी मैदान में बने कॉटेज (पंडाल) में नेताओं ने आपस में मुलाकात की और 12:08 मिनट पर कतारबद्ध होने के लिए वहां निकले. पहले बिहार गीत गाया गया. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आसमानी, गुलाबी, हरा और पीला गुब्बारा चारों दिशाओं के लिए आकाश में उड़ाया और मानव शृंखला की विधिवत शुरुआत की. सभी ने एक-दूसरे का हाथ थामा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी के साथ हाथ-से-हाथ जोड़ कर 45 मिनट तक खड़े रहे. इस दौरान बिहार प्रार्थना गीत, शराबबंदी को लेकर तैयार गीत बजते रहे और लोग कतारबद्ध अपने जगह पर खड़े रहे.
स्पीकर और लालू के बीच कड़ी बने मुख्यमंत्री
नोटबंदी, प्रकाश पर्व व मानव शृंखला को लेकर जदयू-भाजपा की बढ़ी नजदीकियों की अफवाह के बाद पहली बार जदयू-राजद-कांग्रेस के नेता एक साथ दिखे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां लालू प्रसाद व विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी का हाथ थामा, वहीं बगल में शिक्षा मंत्री सह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ अशोक चौधरी और विधान पार्षद दिलीप चौधरी नजर आये. मुख्यमंत्री की बायीं ओर लालू प्रसाद, विधानसभा के सभापति अवधेश नारायण चौधरी, कांग्रेस के विधान पार्षद दिलीप चौधरी नजर आये. वहीं, नीतीश कुमार की दायीं ओर विधानसभाध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, दो बच्चे, शिक्षा मंत्री डॉ अशोक चौधरी, जदयू नेता संजय झा, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव हाथ थामे खड़े थे.
िबहार ने रखी सामाजिक परिवर्तन की नींव
पटना. नशामुक्ति और शराबबंदी के समर्थन में शनिवार को मानव शृंखला के सफल आयोजन को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विलक्षण और अभूतपूर्व करार दिया. मानव शृंखला की समाप्ति के बाद मुख्य सचिवालय के सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे राज्य में निर्धारित 11 हजार 400 किमी के रूट पर तीन करोड़ से ज्यादा लोगों ने शृंखला का निर्माण किया. उम्मीद से ज्यादा सफलता मिली है. इसमें इतनी बड़ी संख्या में लोगों का शामिल होना इस बात का घोतक है कि बिहारवासी नशामुक्ति के पक्षधर हैं.
हमारा अनुमान दो करोड़ से ज्यादा लोगों के इसमें शामिल होने का था, लेकिन सभी जिलों से आयी रिपोर्ट ने इस आंकड़े को तीन करोड़ से ऊपर पहुंचा दिया है. उन्होंने कहा कि बिहारवासियों ने नशामुक्ति के पक्ष में अपनी भावना को प्रकट किया है. इसके लिए समूचे बिहारवासियों को बधाई. उन्होंने कहा कि कुछ लोग इसके अपवाद हो सकते हैं, जो इसका मजाक उड़ाते और विरोध कर रहे हैं. लेकिन, यह वातावरण उन्हें भी सोचने पर मजबूर कर देगा. धीरे-धीरे उन पर भी प्रभाव पड़ेगा.
पूरी दुनिया पर पड़ेगा जबरदस्त प्रभाव
उन्होंने कहा कि बिहार के बाहर पूरी दुनिया में इसका जबरदस्त प्रभाव पड़ेगा. बिहार फिर से अपनी पुरानी गौरवगाथा को प्राप्त करेगा. जो राजस्व की हानि होने की दुहाई देते हुए शराबबंदी करने से कतरा रहे हैं, उनके लिए बिहार एक सशक्त उदाहरण के रूप में मौजूद है. ऐसे राज्यों को बिहार से सबक लेने की जरूरत है.
सिर्फ कानून नहीं, जन सहयोग से मिली सफलता
सीएम ने कहा कि यह ऐतिहासिक सफलता है. नशामुक्ति का यह सामाजिक अभियान सिर्फ कानून से नहीं, बल्कि जनसहयोग की बदौलत ही कामयाब हो पाया है. जिस तरह से पूरे राज्य में जनसमूह उमड़ा है, उससे यह स्पष्ट होता है कि समाज ऐसी बुराई से पूरी तरह से मुक्त होगा. यही जनचेतना मानव शृंखला के रूप में प्रकट हुई है. इसमें सभी वर्ग, धर्म, संस्थान और संगठनों का समर्थन प्राप्त हुआ है. इस कार्यक्रम का समापन 22 मार्च को बिहार दिवस के मौके पर होगा. मानव शृंखला से शुरू हुआ यह सिलसिला जनजागरूकता अभियान के रूप में चलता रहेगा. उन्होंने कहा कि लोगों में उत्साह इतना था कि निर्धारित समय दोपहर 12:15 बजे के पहले से ही लोग कई स्थानों पर बड़ी संख्या में खड़े हो गये थे. कई स्थानों पर इतनी भीड़ हो गयी थी कि एक के आगे दो या तीन लाइनें लगानी पड़ीं. अनेक ग्रामीण इलाकों में निर्धारित रूट के अलावा भी साइड या सब-रूट में लोगों ने अपनी इच्छा से मानव शृंखला का निर्माण किया. लोग जितनी शांतिपूर्वक इस आयोजन से जुड़े, उतनी ही अनुशासित तरीके से लौट भी गये. यह धैर्य पांच अप्रैल, 2016 से राज्य भर में लागू पूर्ण शराबबंदी कानून के प्रति पूरी तरह से जनसमर्थन को दर्शाता है.
यह है सकारात्मक मानव शृंखला
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया में इससे पहले कई मानव शृंखलाओं का निर्माण हुआ, जिनमें बंगलादेश में अवामी लीग और नेपाल में मधेशियों की बनायी हुई मानव शृंखलाएं शामिल हैं. लेकिन आज से पहले अन्य जितनी भी मानव शृंखलाएं बनायी गयीं, वे सभी किसी मुद्दे के विरोध में आयोजित की गयी थीं. लेकिन, यह मानव शृंखला किसी सकारात्मक कारण को लेकर आयोजित की गयी है. यह नशामुक्त समाज और शराबबंदी के पक्ष में लोगों की एकजुटता को प्रदर्शित करनेवाला आयोजन था. दुनिया में अपनी तरह का यह पहला मामला है, जहां किसी सकारात्मक कारण को लेकर मानव श्रृंखला बनायी गयी. बिहार ने तो इतिहास रच दिया, इस विश्व रिकॉर्ड के लिए बिहार कोई दावा नहीं करेगा. गिनीज बुक वाले खुद आकर इसे देखें और समझे कि इसे शामिल करना है या नहीं.
निश्चय यात्रा में आयोजित की जाती थी चेतना सभा
सीएम ने कहा कि निश्चय यात्रा के दौरान चेतना सभा का आयोजन किया जाता था, जिसमें लोगों को शराबबंदी को लेकर संकल्प दिलाया जाता था. इसके अलावा इसकी तैयारी करने के लिए मुख्य सचिव के स्तर पर लगातार बैठक की गयी. सभी डीएम को रूट का निर्धारण कर इसका प्रचार करने की जिम्मेवारी दी गयी थी. इन्हीं कारणों से जन-जन तक मानव शृंखला के प्रति जागरूकता फैली.
लोगों ने दिखा दिया है कि बिहार में सामाजिक बदलाव की बुनियाद रख दी गयी है. बिहार ने विराट मानव शृंखला के माध्यम से शराबबंदी व नशामुक्ति के पक्ष में अपने दृढ़ निश्चय का परिचय दिया है. यही एकता व उत्साह आगे कायम रहेगा, यह मेरा विश्वास है.
नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री, िबहार
शराबबंदी के साथ बापू के िवचारों को घर-घर ले जायेंगे : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस तरह से गुरु गोविंद सिंहजी महाराज के 350वें प्रकाश पर्व के आयोजन को देख कर सभी चकित रह गये. इसी तरह बापू की चंपारण यात्रा के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य पर पूरे
साल आयोजन चलेगा. अंतरराष्ट्रीय स्तर का सम्मेलन आयोजित होगा,, जिसमें देश-दुनिया के विद्धान शामिल होंगे. शराबबंदी अभियान के साथ ही बापू के विचारों को भी घर-घर तक पहुंचाया जायेगा. शराबमुक्ति का यह अभियान बापू और दशमेश पिता गुरु गोविंद सिंहजी के प्रति समर्पण है.
बच्चे दिखे उत्साहित, खिलाड़ियों और छात्रों ने बढ़-चढ़ कर लिया भाग
पटना शहर के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के बच्चों के साथ सरकारी संस्थान और विश्वविद्यालय के कर्मचारियों, अधिकारियों और छात्र-छात्राओं ने बड़ी संख्या में इसमें भाग लिया. चिरैयाटांड़ पुल के पास 10.30 बजे से स्कूली बच्चे जुटने शुरू हो गये थे. देखते-ही-देखते चिरैयाटांड़ पुल से करबिगहिया पुल तक 1000 से अधिक लोग लाइन में लगे थे. यहां तैनात दंडाधिकारी शिक्षकों को क्रमवार लाइन लगाने का निर्देश दे रहे थे. लगभग 11 बजे करबिगहिया की ओर से 10-12 बाइक सवार आये, जो हाथों में तिरंगा लिये शराबबंदी के समर्थन में नारे लगाते हुए आगे बढ़ गये. पुल के नीचे पूर्व वार्ड पार्षद रंजीत यादव की ओर से बच्चों के लिए पेयजल की व्यवस्था की गयी थी. इसके अलावा बच्चों के बीच बैलून और टाॅफी का वितरण किया गया. करबिगहिया की तरफ स्टेशन के पास मानव शृंखला में स्थानीय महिलाएं व युवतियां शामिल हुईं. मीठापुर बस स्टैंड रोड में सिपारा पुल के नीचे तक स्कूली बच्चों के साथ आंगनबाड़ी से जुड़ी महिलाएं, कृषि विभाग, विद्युत विभाग, निफ्ट, चाणक्य लाॅ यूनिवर्सिटी, आर्यभट्ट यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं शृंखला में शामिल हुए.
खिलाड़ियों ने भी लिया भाग : मोकामा में चल रहे गोल्ड कप कबड्डी प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर नशामुक्ति के पक्ष में कप्तान भवेश कुमार के साथ मानव शृंखला का निर्माण किया. वहीं, मोइनुल हक स्टेडियम में भी सैकड़ों खिलाड़ियों ने भाग लिया.