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पटना नाव हादसा : मरनेवालों की संख्या हुई 24, डिजनीलैंड संचालक के खलाफ मुकदमा दर्ज, नहीं ली थी इजाजत
पटना नाव हादसे के दूसरे दिन रविवार को गंगा नदी से चार और शव निकाले गये. इसके साथ ही मृतकों की संख्या 24 तक पहुंच गयी है. वहीं, बिना अनुमति के डिजनीलैंड मेला लगानेवाले कांट्रैक्टर राहुल वर्मा और दुर्घटनाग्रस्त नाव के अज्ञात नाविक पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इधर जिला प्रशासन ने दावा किया […]
पटना नाव हादसे के दूसरे दिन रविवार को गंगा नदी से चार और शव निकाले गये. इसके साथ ही मृतकों की संख्या 24 तक पहुंच गयी है. वहीं, बिना अनुमति के डिजनीलैंड मेला लगानेवाले कांट्रैक्टर राहुल वर्मा और दुर्घटनाग्रस्त नाव के अज्ञात नाविक पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इधर जिला प्रशासन ने दावा किया कि सभी मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख का चेक दे दिया गया है, वहीं प्रधानमंत्री की अोर से दो-दो लाख मुआवजे की घोषणा की गयी है.
पटना/सोनपुर : नाव हादसे के करीब 12 घंटे के बाद रविवार की सुबह पौ फटते ही एक बार फिर गंगा नदी में सर्च अभियान शुरू किया गया. एनडीआरएफ की तीन विशेष टीमें, आठ बोट और 150 जवानों के साथ रेस्क्यू चलाया गया. साथ में एसडीआरएफ की 10 नावें और 40 जवान भी खोजबीन में जुटे रहे. सुबह नौ बजे तक बारी-बारी से चार और शव बरामद किये गये.
ये सभी शव घटनास्थल के आसपास से ही बरामद हुए. दुर्घटनाग्रस्त नाव भी निकाली गयी. सर्च अभियान भले ही सरकारी अमले का रहा हो, पर सफलता पटना के मुख्य गोताखोर राजेंद्र सहनी की देसी तकनीकी से ही मिली. लोहे का एंकर लगा रस्सा फेंक कर ही नाव और चारों शवों निकाला जा सका. 24 शव निकाले जाने की पुष्टि हुई है. कुल 20 घंटे तक चले सर्च अभियान के बाद दिन में करीब ढाई बजे रेस्क्यू बंद कर दिया गया, लेकिन एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें कैंप कर रही हैं. इसके अलावा पटना व सारण के डीएमएसएसपी मनु महाराज, आपदा प्रबंधन के एडीएम समेत अन्य आला अधिकारी गंगा दियारा में मौजूद रहे. सभी 24 मृतकों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये के मुआवजे का चेक दे दिया है.
प्रशासन का दावा, एक ही नाव डूबी
जिला प्रशासन ने रविवार को दावा किया कि एक ही नाव हादसे की शिकार हुई थी, जिसे बरामद कर लिया गया है. नाव में कोई छेद नहीं हुई थी. हादसा आेवरलोड के कारण हुआ. नाव जर्जर थी. उसकी क्षमता सिर्फ 25 लोगों के बैठने की है, जबकि उसमें 60-70 लाेग चढ़े हुए थे. इससे वह सीधे गंगा में समा गयी थी.
सोनपुर थाने में प्राथमिकी
नाव हादसे को लेकर साेनपुर थाने में सीओ अनुज कुमार ने प्राथिमकी दर्ज करायी है. कांड संख्या 12/17 के तहत दर्ज मामले में डिजनीलैंड लगानेवाले के कांट्रैक्टर राहुल वर्मा और दुर्घटनाग्रस्त नाव के नाविक समेत अन्य के खिलाफ धारा 282, 304/34 आइपीसी के तहत आरोपित किया गया है. सीओ ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम स्थल के पास बिना स्थानीय प्रशासन की अनुमति के मनोरंजन पार्क बनवाया गया था. यहीं पर लोगों की अत्यधिक भीड़ थी. यह मनोरंजन पार्क पटना मजिस्ट्रेट कालोनी के आशियाना नगर निवासी राहुल वर्मा (पिता निशिकांत वर्मा ) के मेसर्स आरके इंटरप्राइजेज की ओर से बनाया गया था.
इधर, आरोपित नाविक की पहचान मोना उर्फ मोनू के रूप में की गयी है. सबलपुर दियारा का रहनेवाला है, जबकि यह नाव सबलपुर दियारा के ही अशोक राय की बतायी जा रही है.
राज्यपाल ने की सीएम से बात, घटना की ली जानकारी
राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने मुख्यमंत्री से फोन पर बातचीत की और पूरे घटनाक्रम और राहत व बचाव कार्य की जानकारी ली. राज्यपाल ने मृत लोगो के प्रति संवेदना प्रकट की है.
रविवार को इनके शव हुए बरामद
– नैनसी कुमारी(13), महेंद्रुघाट, पटना.
– नीरज कुमार (10) गुलबी घाट, पटना.
– धीरज कुमार (24), सोनहन, कैमूर.
– नीतीश कुमार (16) हारपुर, पश्चिमी चंपारण.
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