पटना: नगर निगम स्थायी समिति की बैठक सोमवार को स्थगित कर दी गयी. बैठक अब पांच फरवरी को होगी. नगर सचिव ने मेयर को सूचना दी कि नगर आयुक्त नहीं आयेंगे और प्रभार में अपर नगर आयुक्त शशांक शेखर सिन्हा होंगे.
सूचना मिलने के आधे घंटे के बाद मेयर ने बैठक बुलायी. मेयर ने एक भी एजेंडा का संलेख नहीं देने का आरोप लगाते हुए बैठक स्थगित कर दी. मेयर ने नगर आयुक्त को पत्र लिख कर चेतावनी दी कि स्थायी समिति व निगम बोर्ड की बैठक से पारित योजनाओं पर शीघ्र अमल नहीं हुआ, तो मजबूरन एक्ट के तहत जुर्माना और छह माह के कैद के लिए विभाग से अनुशंसा करनी पड़ेगी.
संलेख उपलब्ध नहीं कराया
मेयर ने नगर आयुक्त को भेजे पत्र में कहा कि आपके द्वारा पूर्व में नगरपालिका एक्ट का हवाला देते हुए आग्रह किया गया कि सोमवार को बैठक बुलायी जाये. अब आपके मुताबिक बैठक बुलायी गयी, तो उपस्थित क्यों नहीं हुए. आपत्ति जताते हुए कहा कि स्थायी समिति की बैठक छह दिन पहले निर्धारित की गयी थी, जिसमें 15 एजेंडों को शामिल किया गया था. एजेंडा से जुड़े संलेख स्थायी समिति के सदस्यों को तीन दिन पहले उपलब्ध कराना था, लेकिन किसी को संलेख उपलब्ध नहीं कराया गया. मेयर ने आरोप में कहा कि पार्किग व्यवस्था, शौचालय और मलिन बस्ती में नागरिक सुविधा उपलब्ध कराने की योजना पारित है, लकिन काम शुरू नहीं हो रहा है. जनहित का एक भी काम पूरा नहीं हुआ है और न ही कोई नयी योजना बन रही है. डिप्टी मेयर रूप नारायण मेहता ने कहा कि बैठक में छह व 20 जनवरी को हुई स्थायी समिति की प्रोसेडिंग को संपुष्ट किया जाना था, वह भी नहीं हुआ. इससे विकास कार्य प्रभावित होगा. 20 जनवरी की प्रोसेडिंग नगर आयुक्त के समक्ष है, जो अब तक नहीं मिला है. नगर आयुक्त को इसकी गंभीरता समझना होगा.