21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

विद्यार्थियों को ठग रही है राज्य सरकार: मोदी

पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के नाम पर विद्यार्थियों को राज्य सरकार ठग रही है. वर्षों से बैंकों के जरिये भारत सरकार की चल रही शिक्षा ऋण योजना को ‘स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड’ का नाम देकर राज्य सरकार वाहवाही लेना चाह रही […]

पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के नाम पर विद्यार्थियों को राज्य सरकार ठग रही है. वर्षों से बैंकों के जरिये भारत सरकार की चल रही शिक्षा ऋण योजना को ‘स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड’ का नाम देकर राज्य सरकार वाहवाही लेना चाह रही हैं.
जुलाई-अगस्त तक पूरे देश में नामांकन प्रक्रिया समाप्त होकर शैक्षिक सत्र प्रारंभ हो गया, अब अक्तूबर में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना शुरू करने का क्या औचित्य है. नीतीश कुमार अगर छात्रों को कर्ज देना चाहते हैं तो सरकार एक हजार करोड़ का अपना एक अलग फंड बनाये व ब्याजमुक्त ऋण दें. उन्होंने कहा कि वर्ष 2015-16 में बैंकों ने बड़ी मुश्किल से मात्र 23,765 छात्रों को 903 करोड़ का ऋण दिया.
चालू वित्तीय वर्ष तीन महीने में मात्र 11 हजार छात्रों को ऋण मिल पाया है. 1.24 लाख छात्रों पर बैंकों का पहले से ही 3,444 करोड़ बकाया है. जो बैंक पूरे देश में 5 लाख छात्रों को कर्ज नहीं दे पाते हैं उन्हें एक साल में केवल बिहार में 5 लाख छात्रों को 20 हजार करोड़ का ऋण देने के लिए कहा जा रहा है. सरकार की ओर से अजा, अजजा, पिछड़ा, अल्पसंख्यक व नि:शक्तों के लिए शुरू की गई 4 प्रतिशत साधारण ब्याज पर 5 लाख तक की शिक्षा ऋण योजना लगभग बंद है.
सीएम छात्रों को ठगने के बजाये सरकार बजट से ब्याजमुक्त या सस्ती दर शिक्षा ऋण योजना शुरू करे. मोदी ने नीतीश की अपील पर चुटकी लेते हुए कहा है कि उनके एक तरफ भ्रष्टाचार के प्रतीक हैं तो एक तरफ शाहबुद्दीन जैसे लोग. एेसे में यहां कौन पूंजी निवेश करेगा. जिन लोगों ने निवेश करने का सोच रखा था वे भी अब अपना विचार बदल लिए . राज्य में अपराध चरम पर हैं.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें