10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

अगले साल जून तक राज्य हो जायेगा पूर्ण विद्युतीकृत

खुशखबरी. अभी सिर्फ मुंगेर और शेखपुरा जिले ही पूर्ण विद्युतीकृत मुख्यमंत्री के सात निश्चयों में घर-घर बिजली शामिल है. बिजली देने के साथ-साथ ट्रांसमिशन से लेकर उत्पादन पटना : अगले साल जून तक राज्य का सभी जिला पूर्ण विद्युतीकृत हो जायेगा. इसके लिए जिलावार लक्ष्य भी तय किया गया गया है. मुख्यमंत्री के गृह जिला […]

खुशखबरी. अभी सिर्फ मुंगेर और शेखपुरा जिले ही पूर्ण विद्युतीकृत
मुख्यमंत्री के सात निश्चयों में घर-घर बिजली शामिल है. बिजली देने के साथ-साथ ट्रांसमिशन से लेकर उत्पादन
पटना : अगले साल जून तक राज्य का सभी जिला पूर्ण विद्युतीकृत हो जायेगा. इसके लिए जिलावार लक्ष्य भी तय किया गया गया है. मुख्यमंत्री के गृह जिला नालंदा को इसी साल नवंबर तक पूर्ण विद्युतीकृत करने का लक्ष्य रखा गया है. अभी राज्य का दो जिला मुंगेर और शेखपुरा ही पूर्ण विद्युतीकृत घोषित किया गया है. पूर्ण विद्युतीकरण पर करीब 6000 करोड़ खर्च हो रहा है.
बिजली राज्य सरकार का प्राथमिकताओं में एक है. घर-घर बिजली मुख्यमंत्री के सात निश्चयों में शामिल है. घर-घर बिजली देने के साथ-साथ ट्रांसमिशन से लेकर उत्पादन तक के क्षेत्र में काम हो रहा है.
कृषि के लिए अलग से तार बिछाया जाना है. एपीएल परिवारों को बिजली कनेक्शन देने के लिए राज्य में सर्वे चल रहा है. एक मोटे अनुमान के अनुसार राज्य में बिजली परियोजनाओं पर 30 हजार करोड़ का काम चल रहा है. बिजली उपभोक्ताओं की बढ़ती संख्या और बिजली की खपत में बढ़ोतरी को देखते हुए ऊर्जा के बचत की दिशा में भी काम हो रहा है. इधर, राज्य के सभी 38 जिलों को पूर्ण विद्युतीकृत करने के लिए मिशन मोड पर काम चल रहा है. पिछले महीने मुख्यमंत्री ने एक समारोह में मुंगेर और शेखपुरा जिला को पूर्ण विद्युतीकृत करने की घोषणा की थी. इसके लिए परियोजना से जुड़े इंजीनियरों को सम्मानित किया गया था. तकनीकी तौर पर सभी बीपीएल परिवार को बिजली का कनेक्शन मिल जाने के बाद उस जिला को पूर्ण विद्युतीकृत माना जाता है.
जून 2017 तक पूरे राज्य को पूर्ण विद्युतीकृत कर देने का लक्ष्य तय किया गया है. सीएमडी और एमडी स्तर पर इसकी नियमित समीक्षा हो रही है.
केंद्र सरकार भी समय-समय पर इसकी समीक्षा करती है. नोडल एजेंसी आरइसी भी विद्युतीकरण पर निगरानी रखती है. राज्य के मुख्य सचिव भी समय-समय पर बिजली से संबंधित योजनाओं व परियोजनाओं की समीक्षा करते हैं. अभी राज्य में 70 लाख के करीब बिजली उपभोक्ता हैं.
उत्तर बिहार के 778 गांव अगले तीन महीने यानी नवंबर तक रोशन हो जाएगा. इन गांवों में विद्युतीकरण का काम चल रहा है. सबसे अधिक 736 गांव कटिहार जिले के हैं. विद्युतीकरण में लगी एजेंसियों से समय पर काम पूरा करने को कहा गया है. उत्तर बिहार के बिना बिजली वाले 1017 गांवों में से 778 गांवों में चालू वित्तीय वर्ष में नवंबर तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है.
कांटी चालू, सेंट्रल पूल से आधी से थोड़ी अधिक बिजली मिलीराज्य की अपनी बिजली उत्पादन इकाई कांटी की यूनिट संख्या 2 व्यॉलर लिकेज के कारण मंगलवार को बंद हो गयी थी वो बुधवार चालू हो गयी और उससे 90 मेगावाट बिजली मिली.
सेंट्रल पूल से बुधवार को आवंटित बिजली से आधी से थोड़ी अधिक मिली सेंट्रल पूल से 3092की जगह 1683 मेगावाट बिजली ही मिली. बुधवार को राज्य की बिजली कंपनी को 1526 मेगावाट बिजली बाजार से खरीदनी पड़ी. एनटीपीसी की बाढ़ की दो और कहलगांव की एक यूनिट ठप है. जिसका असर सेंट्रल पूल से मिलने वाली बिजली पर देखा जा रहा है. कांटी की यूनिट संख्या 1 कोयला संकट के कारण बंद है. एनटीपीसी की कहलगांव इकाई की यूनिट संख्या तीन 22 अगस्त से वार्षिक रखरखाव के लिए 35 दिनों के लिए बंद किया गया है.
बाढ़ की यूनिट संख्या 4, 26 अगस्त से तकनीकी खराबी के कारण बंद है. यूनिट संख्या 5 में भी तकनीकी खराबी आ गयी है. बुधवार को राज्य में 3299 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हुई.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें