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Inter Result Scam : निगरानी कोर्ट में एसआइटी करेगा आज चार्जशीट
पटना : टॉपर्स घोटाले में सोमवार को एसआइटी निगरानी कोर्ट में चार्जशीट करेगा. 5 सितंबर को ठीक 90 दिन पूरे होने पर चार्जशीट दायर करने की तैयारी है. बोर्ड के पूर्व चेयरमैन लालकेश्वर प्रसाद उनकी पत्नी उषा सिन्हा, अमित उर्फ बच्चा राय, हरिहरनाथ झा समेत अन्य आरोपितों को सजा दिलाने की है तैयारी है. केस […]
पटना : टॉपर्स घोटाले में सोमवार को एसआइटी निगरानी कोर्ट में चार्जशीट करेगा. 5 सितंबर को ठीक 90 दिन पूरे होने पर चार्जशीट दायर करने की तैयारी है. बोर्ड के पूर्व चेयरमैन लालकेश्वर प्रसाद उनकी पत्नी उषा सिन्हा, अमित उर्फ बच्चा राय, हरिहरनाथ झा समेत अन्य आरोपितों को सजा दिलाने की है तैयारी है. केस डायरी में रिजल्ट घोटाले के आरोप को सिलसिलेवार लिखा गया है.
करीब चार हजार से अधिक पेजों में लिखी गयी केस डायरी में उन साक्ष्यों का उल्लेख किया गया है, जो स्कूल, बोर्ड व घरों से बरामद हुए हैं. आरोपितों के खिलाफ कराये गये 164 के बयान, सरकारी गवाहों की गवाही और भारी-भरकम दस्तावेज पर सजा की उम्मीद टीकी हुई है. पुलिस इन साक्ष्यों को आदलत में पेश कर आरोपितों के बरी होने का रास्ता रोकेगी.
6 जून, 2016 को माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निदेशक राजीव रंजन के आवेदन पर कोतवाली में बोर्ड के तत्कालीन चेयरमैन लालकेश्वर प्रसाद, चार टॉपर, बोर्ड के अन्य लोगोें के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. लेकिन, जांच का दायरा जैसे-जैसे बढ़ता गया, वैसे ही आरोपितों की संख्या भी बढ़ती गयी.
पटना, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, नालंदा समेत कई जिलों में जम कर छापेमारी हुई और रिजल्ट घोटाला, मान्यता घोटाला, प्रिंट घोटाला के राज उजागर हुए. पुलिस ने कई चक्र आरोपितों को रिमांड पर लिया. आमने-सामने पूछताछ में राज उजागर हुए. मुख्य आरोपित इसमें बीमारी का बहाना बनाकर बचते रहे. जबकि, पुलिस दवा और डॉक्टर के साथ पूछताछ करती रही. अब चार्जशीट दायर किया जा रहा है. पुलिस द्वारा इकट्ठा साक्ष्य कोर्ट में सही ढंग से प्रस्तुत किये गये, तो आरोपित बच नहीं पायेंगे.
पुलिस के पास ये साक्ष्य
बच्चा राय के घर से बरामद बिना फोटो लगे एडमिड कार्ड
बच्चा राय के स्कूल से लिखी हुई उत्तरीपुस्तिका की बरामदगी.
बच्चा राय के घर से बरामद एक पिस्टल, 14 कारतूस.
बच्चा राय के घर से बरामद करीब 100 एकड़ जमीन के रजिस्ट्री पेपर.
बच्चा के स्कूल, घर व बिहार बोर्ड से जब्त किये गये इलेक्ट्राॅनिक सिस्टम.
लालकेश्वर व उषा सिन्हा से जुड़े बोर्ड दलालों के फोन का सीडीआर.
गलत ढंग से दिये गये 213 स्कूलों की मान्यता.
मान्यता वाली फाइलों पर मौजूद हस्ताक्षर व एफएसएल की रिपोर्ट.
लालकेश्वर के खिलाफ दिये गये बयान, पकड़े गये लोगों का कबूलनामा.
लालकेश्वर पर आरोप लगानेवालों का 164 के तहत बयान.
25 सदस्यीय एसआइटी टीम के 12 गवाह व अन्य सरकारी गवाहों के बयान.
अलग से आरोप पत्र
एसआइटी अब तक 28 लोगों को जेल भेज चुकी है. जिसमें फर्जी टॉपर रूबी राय समेत कई लोगों को जमानत
मिल चुकी है. अभी विवेक समेत कई लोगों की तलाश जारी है. एसआइटी फरार चल रहे लोगों की गिरफ्तारी के बाद उनके खिलाफ आरोप पत्रदाखिल करेगी.
इंटर व मैट्रिक की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच के लिए बनाये जायेंगे गोपनीय केंद्र
पटना : इंटर व मैट्रिक की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में फुल प्रूफ व्यवस्था को लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने अभीसे तैयारी शुरू कर दी है. सीबीएसइ के तर्ज पर होनेवाली जांच प्रक्रिया में इस बार कॉपियों को बार कोड से जोडा जायेगा.
जिलों में बने स्ट्रांग रूम में ही कॉपी के ऊपरी पन्ने को दो भागों में विभक्त कर बार कोड चिपकाये जायेंगे. बार कोड का कॉपी वाला हिस्सा मूल्यांकन को जायेगा, जबकि अलग किया गया दूसरा हिस्सा प्रदेश स्तर पर बने गोपनीय केंद्र को भेज दिया जायेगा. इससे मूल्यांकन केंद्र पर पैरवी की शिकायत कम होगी. यही नहीं, मूल्यांकन केंद्रों से जांच कर भेजी गयी मार्क्स फाइल का गोपनीय केंद्र पर रखी गयी बार कोड से मिलान कर फाइनल अंक पत्र तैयार की जायेगी, जिससे गड़बड़ी की कोई भी संभावना नहीं रहेगी. खास बात यह है कि बार कोड लगाने या उसके दूसरे भाग को संरक्षित रखने की प्रक्रिया से बिहार बोर्ड के तमाम कर्मचारियों को दूर रखा जायेगा. गाेपनीय केंद्र पर सीक्रेट ऑफिसर लगाये जायेंगे, जो उत्तर पुस्तिकाओं पर बार कोड लगाने के साथ ही पुस्तिका को मूल्यांकन के लिए सेंटर पर भेजेंगे.
बार कोड पर तैयार होगी मार्क्स फाइल : समिति की मानें, तो मूल्यांकन होने के बाद मार्क्स फाइल मूल्यांकन केंद्र पर ही तैयार किया जायेगा. इस बार मार्क्स फाइल बार कोड को दिया जायेगा. किस छात्र का कौन सा बार कोड है, इसकी जानकारी केवल गोपनीय केंद्र को होगी.
बार कोड के अनुसार सारे मार्क्स फाइल को गोपनीय केंद्र में लाया जायेगा. इस केंद्र पर फिर मार्क्स फाइल को बार कोड के अनुसार मार्किंग की जायेगी. सारे मार्क्स फाइल से अंकों को कंप्यूटराइज करने के बाद ही छात्रों के नाम, रजिस्ट्रेशन नंबर, रोल नंबर और रोल कोड को रखा जायेगा. ये सारी प्रक्रिया मैट्रिक और इंटर दोनों के ही मूल्यांकन में किया जायेगा.
सेंटर कोड की जानकारी भी नहीं मिलेगी : इंटर और मैट्रिक की परीक्षा होने के बाद गोपनीय केंद्र की भूमिका शुरू होगी. किस मूल्यांकन केंद्र पर कौन सी उत्तरपुस्तिका या किस रोल कोड की उत्तरपुस्तिका भेजी जायेगी. इसकी जानकारी किसी को नहीं होगी. 2017 में होनेवाले मैट्रिक व इंटर के मूल्यांकन में सेंटर कोड की जानकारी भी पूरी तरह से गुप्त होगी. सेंटर कोड की जानकारी भी केवल गोपनीय केंद्र के पास ही होगी.
गोपनीयता का ख्याल
इस बार उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन में गोपनीयता का पूरा ख्याल रखा जायेगा. सारी चीजें गोपनीय रहे, इसके लिए गोपनीय केंद्र बनाये जायेंगे. मूल्यांकन की हर प्रक्रिया को इस बार बदला जायेगा. सीबीएसइ की तरह मूल्यांकन प्रक्रिया अपनायी जायेगी.
आनंद किशोर, अध्यक्ष, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति
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