37.3 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

बिहार में मैट्रिक की परीक्षा में शामिल होने के लिये आधार नंबर जरूरी, पढ़ें

पटना : हाल में टॉपर घोटाले को लेकर बदनामी झेल चुके बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने अब एक अनोखा फैसला लिया है. जानकारी के मुताबिक अब बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने के लिये छात्रों का आधार नंबर होना जरूरी है. बिना आधार कार्ड के परीक्षा में किसी भी छात्र को शामिल नहीं किया जायेगा. […]

पटना : हाल में टॉपर घोटाले को लेकर बदनामी झेल चुके बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने अब एक अनोखा फैसला लिया है. जानकारी के मुताबिक अब बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने के लिये छात्रों का आधार नंबर होना जरूरी है. बिना आधार कार्ड के परीक्षा में किसी भी छात्र को शामिल नहीं किया जायेगा. इतना ही नहीं छात्रों को बोर्ड की ओर से छात्रों को आधार नंबर के साथ डिजिटल लॉक की भी सुविधा दी जायेगी. बोर्ड की ओर से यह कदम परीक्षा में होने वाली धांधली को रोकने के लिये किया गया है. बोर्ड का यह फैसला सभी परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों पर लागू होगा.
फार्म भरते समय देना होगा नंबर
जानकारी के मुताबिक परीक्षा का फार्म भरते समय छात्रों को आधार नंबर देना होगा. इसकी विधिवत शुरुआत कंपार्टमेंटल परीक्षा से हो जायेगी. इसके बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि आधार नंबर जोड़ने की जरूरत इसलिए है कि छात्रों को सर्टिफिकेट सत्यापन और बाकी अटेस्टेड को लेकर होने वाली परेशानियों से मुक्ति दिलाना है. यही नहीं दूसरे प्रदेशों में नौकरी कर रहे युवाओं को भी प्रमाण पत्र सत्यापन में आधार कार्ड की अहम भूमिका होगी. आनंद किशोर ने सभी छात्रों से यह अपील की है कि वह अपना आधार नंबर बनवा लें. उनके पास एक महीने का पर्याप्त समय है. गौरतलब हो कि अक्टूबर में कंपार्टमेंटल परीक्षा का फार्म भरा जायेगा.
डिजिटल लॉक होंगे सर्टिफिकेट
इसके साथ ही सभी छात्रों के सर्टिफिकेट और एडमिट कार्ड के अलावा सभी जरूरी दस्तावेजों को डिजिटल लॉक में रखा जायेगा. वहां किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं हो सकेगी. उन्हें जब भी अपने सर्टिफिकेट की जरूरत होगी वह आधार नंबर के जरिये अपना सर्टिफिकेट देख सकते हैं.
91 फीसदी लोगों का बना आधार कार्ड
राज्य के 91 प्रतिशत लोगों का आधार कार्ड बन चुका है. आधार कार्ड नहीं बनानेवालों में शून्य से चार साल और पांच साल से दस साल के बीच के बच्चे शामिल हैं. शुक्रवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में भारत सरकार के यूएआइडी के डीजी के साथ हुई बैठक में इसे छह माह में पूरा करने का निर्णय लिया गया है. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आधार कार्ड की प्रगति की समीक्षा के बारे में ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि बैठक में तय किया गया है कि हाइस्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में आधार कार्ड बनाने के लिए शिविर का आयोजन किया जायेगा. व्यापक पैमाने पर ऐसे शिविरों के आयोजन कर आधार कार्ड बनाने के काम को लगभग छह माह में पूरा कर लिया जायेगा.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अन्य खबरें