इसी तरह से राज्य के 31 जिलों में जीएनएम स्कूल की स्थापना की जा रही है. साथ ही राज्य के 79 अनुमंडलों में एएनएम स्कूलों की स्थापना की जा रही है. इधर, राज्य मुख्यालय में नर्सिंग सेवाओं को संचालित करने के लिए अभी तक निदेशालय का गठन ही नहीं हुआ है जबकि पांच साल पहले निदेशालय के लिए 35 पदों का सृजन किया जा चुका है.
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नर्सिंग निदेशालय अभी तक गठित नहीं
पटना: सीएम के सात निश्चय में सभी अनुमंडलों में नर्सिंग कॉलेज खोले जाने की योजना इस साल से लागू होना है. नर्सिंग सेवाओं का सुदृढ़ करने के लिए सरकार ने नर्सिंग निदेशालय के गठन की तैयारी में है. सात निश्चय में भी नर्सिंग पर सबसे अधिक जोर है. राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में […]
पटना: सीएम के सात निश्चय में सभी अनुमंडलों में नर्सिंग कॉलेज खोले जाने की योजना इस साल से लागू होना है. नर्सिंग सेवाओं का सुदृढ़ करने के लिए सरकार ने नर्सिंग निदेशालय के गठन की तैयारी में है. सात निश्चय में भी नर्सिंग पर सबसे अधिक जोर है. राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों में बीएससी नर्सिंग कॉलेज की स्थापना की जा रही है.
नर्सिंग सेवाओं को मजबूती प्रदान करने के लिए राज्य मंत्रिपरिषद ने 18 अक्तूबर 2011 को राज्य स्तरीय नर्सिंग निदेशालय के गठन पर मुहर लगायी थी. कैबिनेट ने इसके लिए निदेशालय के कार्यों को संचालित करने के लिए 35 पदों के सृजन की भी सहमति दी. कैबिनेट की अनुमति मिलने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग में निदेशालय का गठन नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि निदेशालय में दो कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी है. महज यही दो प्रतिनियुक्त लोग ही नर्सिंग सेवाओं की देखभाल कर रहे है. इसके अलावा राज्य मुख्यालय में नर्सिंग काउंसिल भी है उसके लिए रजिस्ट्रार पद पर कोई स्थायी नर्स की बहाली नही की गयी है.
नर्सिंग निदेशालय को नर्सिंग से जुड़ी हर गतिविधियों का प्रबंधन करना है. इसके अधीन नर्सिंग काउंसिल का गठन किया जाना है. साथ ही नर्सिंग बोर्ड का गठन, नर्सिंग मैनेजमेंट सपोर्ट यूनिट और नर्सिंग स्टैबलिशमेंट एंड एडमिनिस्ट्रेशन का काम किया जाना है. स्वास्थ्य विभाग में निदेशक प्रमुख के जिम्मे नर्सिंग की स्थापना और प्रशासन देखने की जिम्मेवारी दी गयी है. न तो नर्सिंग काउंसिल सही तरीके से कार्यरत है और नहीं नर्सिंग बोर्ड कार्यरत है. नर्सिंग बोर्ड ही राज्य में गुणवत्तापूर्ण नर्सिंग प्रशिक्षण का काम करता है. नर्सों के अंदर आत्मविश्वास व क्षमता का बढ़ाने का काम भी नर्सिंग बोर्ड द्वारा किया जाता है. अस्पतालों में दी जाने वाली नर्सिंग सेवाओं को मजबूत बनाना, नर्सिंग शिक्षा को बढ़ावा देना और जन स्वास्थ्य को ठीक रखने की जिम्मेवारी बोर्ड के ऊपर है. अभी तो राज्य में महज नर्सिंग स्थापना का काम ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा किया जा रहा है.
नर्सिंग रजिस्ट्रार की नियुक्ति 15 सितंबर तक हो जायेगी
नर्सिंग निदेशालय की स्थापना को लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति में जगह की तलाश की जा रही है. नर्सिंग के रजिस्टार पद पर नियुक्ति के लिए 30 अगस्त तक आवेदन पत्र की मांग की गयी है. नर्सिंग रजिस्ट्रार की नियुक्ति 15 सितंबर तक कर दी जायेगी.
डॉ आरडी रंजन, निदेशक प्रमुख,स्वास्थ्य विभाग
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