इस बार नहीं है भद्रा का दोष, पूर्णिमा दिन में 3.01 बजे तक रहेगा
भाई और बहन के पवित्र रिश्ते का त्योहार रक्षाबंधन गुरुवार को मनाया जायेगा. इस बार भद्रा का दोष नहीं है, इस कारण रक्षा सूत्र अपने समय के अनुसार बांधा जा सकता है. पंडितों की मानें तो पूर्णिमा 17 अगस्त काे ही शुरू हो गया, लेकिन साथ-साथ भद्रा भी शुरू हो गया.
इस कारण इस बार रक्षाबंधन 18 अगस्त को मनाया जायेगा. पंडित विनोदानंद झा ने बताया कि 17 अगस्त को दिन में 3.50 बजे से लेकर रात के 3.25 बजे तक भद्रा रहेगा. इस कारण गुरुवार को रक्षाबंधन का शुभ मुर्हूत बन रहा है. पूर्णिमा दिन में 3.01 बजे तक रहेगा.
चंद्रमा की है खास कृपा
इस बार रक्षाबंधन घनिष्ठा नक्षत्र में है. पूर्णिमा पर कुंभ राशि में चंद्रमा के रहने से चंद्रमा की विशेष कृपा भी भाई-बहनों को मिलेगी. यह संयोग काफी कल्याणकारी व हितकारी है. पंडितों के अनुसार रक्षाबंधन पर रूचक योग, बुधादित्य योग और लक्ष्मी योग है. कई सालों के बाद एेसा संयोग है कि एक साथ इतने योग पूर्णिमा के दिन हैं. इससे भाई-बहन दोनों के लिए काफी अच्छा माना जा रहा है.
भगवान को राखी बांधने की है परंपरा : भाई की कलाई पर राखी बांधने से पहले भगवान श्रीकृष्ण को राखी बांधने की परंपरा कई जगहों पर है. राखी के दिन से ही श्रीकृष्ण का झूला महोत्सव शुरू हो जाता है. श्रीकृष्ण का झूला महोत्सव जन्माष्टमी तक चलेगा. राजधानी में भी कई जगहों पर यह आयोजन होगा.