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बढ़ता खतरा : और बौरायेगी गंगा, सेल्फी लेने पर रोक

पटना में गंगा के जलस्तर में 25 सेंटीमीटर और वृद्धि होने की संभावना नहीं थम रहा सोन, घाघरा, बूढ़ी गंडक और कोसी का उफान पटना : पटना और भागलपुर में गंगा लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. पटना के पाटलिपुत्र व भागलपुर के कहलगांव के आसपास के गांवों में गंगा का पानी […]

पटना में गंगा के जलस्तर में 25 सेंटीमीटर और वृद्धि होने की संभावना
नहीं थम रहा सोन, घाघरा, बूढ़ी गंडक और कोसी का उफान
पटना : पटना और भागलपुर में गंगा लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. पटना के पाटलिपुत्र व भागलपुर के कहलगांव के आसपास के गांवों में गंगा का पानी प्रवेश कर गया है. मौसम विज्ञान विभाग और बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने अगले 24 घंटों में पटना व भागलपुर में गंगा के जलस्तर में छह से 25 सेंटीमीटर और वृद्धि होने की संभावना जतायी है. गंगा में ऊफान को लेकर पटना और भागलपुर में चौकसी बढ़ा दी गयी है.
सिर्फ गंगा ही नहीं, बल्कि बिहार में सोन, घाघरा, बूढ़ी गंडक और कोसी का उफान भी नहीं थम रहा. नदियों के डेंजर लेबल से ऊपर बहने के कारण सीवान, खगड़िया और कटिहार में हालात बदतर हो गये हैं. नीचली जगहों पर रहने वाले लोग ऊंची जगहों पर शरण ले रहे हैं. जल संसाधन विभाग ने रोहतास, मुजफ्फरपुर, पटना, खगड़िया और कटिहार में 82 सुरक्षा नावें तैनात की हैं. कुछ जिलों में राहत सामग्री भेजी गयी है.
डेंजर लेवल से ऊपर
नदी जिला खतरे से ऊपर
गंगा पटना 88 सेंटीमीटर
गंगा भागलपुर 62 सेंटीमीटर
सोन पटना 80 सेंटीमीटर
घाघरा सीवान 37 सेंटीमीटर
खगड़िया बूढ़ी गंडक 78 सेंटीमीटर
खगड़िया कोसी 17 सेंटीमीटर
कटिहार कोसी 61 सेंटीमीटर
गंगा घाटों पर चौकसी बढ़ी, तैराकी और कलाबाजी दिखाने वालों पर होगी कार्रवाई
पटना : जिला प्रशासन ने गंगा किनारे सेल्फी लेने पर रोक लगा दी है. ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी. मंगलवार को गांधी घाट, दीघा घाट एवं अन्य घाटों के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल को कई ऐसे युवा दिखे, जो सेल्फी लेने के लिए गंगा के किनारे खड़े थे. इस कारण डीएम ने यह आदेश जारी किया है. सेल्फी लेने वाले युवकों को सचेत करने के लिए सिविल डिफेंस को लगाया गया है.
वहीं, गांधी घाट पर ऊंची छलांग लगाने वालों पर रोक लगाने के लिए दंडाधिकारी एवं पुलिस बल तैनात किये गये हैं. गांधी घाट पर तैराकी एवं कलाबाजी दिखाने वालों पर भी कड़ी कार्रवाई की जायेगी. इधर, डीएम ने सभी पदाधिकारियों और जिला कंट्रोल रूम को 24 घंटे अलर्ट रहने को कहा है. अनुमंडल पदाधिकारियों को क्षेत्र में लगातार भ्रमण करने को कहा गया है, ताकि अधिकारियों को यह मालूम रहे कि गंगा का जल स्तर घट रहा या बढ़ रहा है. शाम छह बजे के बाद नाव के परिचालन पर रोक लगा दी गयी है. डीएम द्वारा स्पष्ट किया गया कि सभी नाविक किसी भी परिस्थिति में शाम 6 बजे तक अपने गंतव्य तक पहुंच जायें. जिला प्रशासन की ओर से आवागमन के लिए 60 नाव की व्यवस्था की गयी है. डीएम के निर्देश पर जिला नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम करेगा. आपात स्थिति में जिला नियंत्रण कक्ष की दूरभाष संख्या 0612-2219810/ 2219234 पर संपर्क किया जा सकता है.
पीएचसी स्तर पर डॉक्टरों की 23 टीमें गठित
पटना. पटना जिले में बाढ़ से निबटने के लिए 23 डॉक्टरों की टीम बनायी गयी है. टीम का गठन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर पर किया गया है. जिले के
23 पीएचसी में गठित टीम की सूची
भेज दी गयी है. साथ ही टीम को बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों को हर संभव मदद देने का आदेश दिया गया है. सिविल सर्जन डॉ गिरिंद्र शेखर सिंह ने बताया कि टीम में सीनियर व जूनियर डॉक्टरों के अलावा हर पीएचसी पर एक-एक एंबुलेंस की व्यवस्था की गयी है. कोसी इलाकों में स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनायी गयी टीम सक्रिय होकर काम कर रही है.
धोबा नदी का फाटक खोलने से फसल डूबी
पटना िसटी/फतुहा : सोमवार की रात डुमरी गांव के कुछ लोगों ने पितांबरपुर के पास धोबा नदी का फाटक खोल दिया, जिससे प्रखंड के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गये. इससे करीब सैकड़ों एकड़ में लगी धान व सब्जी की फसलें डूब गयीं. पुनपुन की उफान के कारण महुली पंचायत के दो गांवों मिर्जापुर व हीरानंदपुर के लगभग एक हजार से अधिक लोग इसकी चपेट में हैं. प्रशासन से राहत की आस लगाये लोगों ने मंगलवार को विरोध- प्रदर्शन भी किया. मंगलवार को अनुमंडलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन, ने बख्तियारपुर प्रखंड के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया.
मुख्यमंत्री आज करेंगे हवाई सर्वेक्षण
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को बाढ़ ग्रस्त इलाकों का बक्सर से मोकामा तक हवाई सर्वेक्षण करेंगे. वहीं, राजद प्रमुख गुरुवार को हवाई सर्वेक्षण कर बाढ़ ग्रस्त इलाकों का जायजा लेंगे. वे हवाई सर्वेक्षण बक्सर से मोकामा तक करेंगे. यह जानकारी आपदा प्रबंधन मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने पत्रकार सम्मेलन में दी. उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण में पटना और वैशाली के डीएम भी साथ में रहेंगे. मंत्री ने कहा कि हवाई सर्वेक्षण में राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ वे खुद रहेंगे. उन्होंने कहा कि बाढ़ ग्रस्त जिलों के डीएम को पशुओं के शिविर स्थापित करने का निर्देश दिया गया है.
पटना में दो दिनों तक हो सकती है हल्की बारिश
पटना. बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र मंगलवार शाम तक वे ऑफ बंगाल के क्षेत्र में ही फंसा रहा. इस कारण अब भी बिहार के साउथ-वेस्ट सेंट्रल जोन में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है. वहीं, पटना सहित कई जिलों में अगले दिनों तक हल्की बारिश होने की उम्मीद है.
जहां बारिश कम होगी, वहां बादल छाये रहेंगे. लेकिन, लोगों को ऊमस भरी गरमी से ज्यादा राहत नहीं मिलेगी. मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले दो दिनों तक पटना में हल्की बारिश होगी. वहीं कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है. बंगाल की खाड़ी का असर साउथ सेंट्रल जोन में अधिक देखने को मिला. सोमवार की शाम साढ़े आठ बजे से मंगलवार की सुबह साढ़े आठ बजे तक कई इलाकों में भारी बारिश हुई.
शेखपुरा 109.2 एमएम, बरबिघा 88.8 एमएम, नालंदा के नूर सराय में 136.6 एमएम, थथरी 132.4 एमएम एवं चंडी में 98 एमएम बारिश हुई है. वहीं नवादा, गया, बेगूसराय में हल्की बारिश हुई है. वेस्ट सेंट्रल जोन के पटना, जहानाबाद, औरंगाबाद, अरबल, भभुआ, रोहतास, भोजपुर, बक्सर में हल्की बारिश हुई. मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एके सेन ने बताया िक बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अभी तक वे ऑफ बंगाल में फंसा हुआ है. इस कारण अभी अगले दो दिनों तक पटना में हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है. साउथ व वेस्ट सेंट्रेल जोन के अधिकतर इलाकों में मॉडरेट रेन होगी.
बिंद टोली : नये सिरे से बन रही परिवारों की सूची
पटना : गंगा का पानी भले ही कम हो गया हो, लेकिन बिंद टोली के 205 परिवार अब भी परेशान हैं. गंगा तट पर बसे इन सभी परिवारों की हालत पिछले एक हफ्ते से खराब है. घरों में गंगा का पानी घुसा हुआ है और खाना बनाने व सर छुपाने तक की जगह नहीं हैं. सरकार की ओर से मिलने वाली सुविधाओं से यहां के लोग खुश नहीं हैं. उनका कहना है कि रात में अचानक से पानी बढ़ जाये, तो हम डूब जायेंगे. मंगलवार की दोपहर जिला प्रशासन की एक टीम बिंद टोली पहुंची. जिला प्रशासन की टीम मंगलवार को बिंद टोली के परिवारों का नये सिरे से ब्योरा तैयार कर रही है. पुरानी सूची के मुताबिक इनकी संख्या 205 हैं, लेकिन अब बहुत से बच्चों की शादी हो गयी है और उनके परिवार बढ़ गये हैं.
ऐसे में राहत कार्य में परेशानी नहीं हो, इसको लेकर सूची तैयार हो रही है.यह मिली राहत सामग्री, जिसे गांव के लोग कम बताते हैं : बिंद टोली के लिए जिला प्रशासन हर दिन 10 क्विंटल चालव, ढाई क्विंटल दाल, ढाई क्विंटल आलू, 50 किलो प्याज, तेल, मसाला और खाना बनाने वालों के लिए हर दिन तीन हजार रुपया नकद देगा. मंगलवार को पहली बार राहत के नाम पर खाना बनाया गया. हालांकि पहले दिन ही हंगामा हुआ.
मनेर महावीर टोला स्कूल भवन ध्वस्त
मनेर. सोन व गंगा की तेज धार से हुए कटाव के कारण सोमवार की दोपहर महावीर टोला उत्क्रमित मध्य विद्यालय का दो मंजिला भवन गंगा नदी में धराशायी हो गया. स्कूल भवन के नीचे हो रहे कटाव को देखते हुए पहले ही खाली करा दिया गया था. इस दौरान किसी ने अफवाह उड़ा दिया कि बाढ़ की स्थिति और भी खराब होगी, इसे सुन कर महावीर टोला गांव के लोग अपने घर का दरवाजा व खिड़की उखाड़ कर नाव पर लादने लगे. देखते ही देखते पूरा गांव खाली हो गया. अब इस गांव में सिर्फ दो से तीन लोग ही रह गये है.

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