पटना: पशुपालन विभाग के प्रधान सचिव सुभाष शर्मा ने मंगलवार को विभाग के 25 डाटा इंट्री ऑपरेटरों को बरखास्त कर दिया. इसकी सूचना मिलते ही डाटा इंट्री ऑपरेटरों ने श्री शर्मा को उनके कार्यालय कक्ष में छह घंटे तक घेरे रखा.
इस दौरान विकास भवन के कई विभागों में कामकाज ठप हो गया. डाटा इंट्री ऑपरेटरों ने जम कर नारेबाजी की. उनके समर्थन में संविदा पर नियुक्त दूसरे विभागों के कर्मचारी भी जमा हो गये. कर्मचारी प्रधान सचिव के विरोध में नारेबाजी करते रहे. इस दौरान विभागीय निदेशक राजेश कुमार के साथ कर्मियों की वार्ता
विफल हो गयी. कर्मियों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस बल बुलाया गया. सिटी एसपी जयंत कांत भी पहुंचे. कर्मियों को शांत करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया. सचिवालय में तनाव को देखते हुए वज्रवाहन, पुलिस वैन, महिला पुलिस कर्मी और सैप के जवानों को तैनात किया गया. इस दौरान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे रितेश और एक्टू नेता रणविजय कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया.
रणविजय कुमार ने कहा कि प्रधान सचिव ने इसके पहले भी श्रम संसाधन विभाग में कर्मियों को हटाया है. वहीं, डाटा इंट्री ऑपरेटरों ने बताया कि वे लोग वर्षो से काम कर रहे हैं. विभाग में काम की कमी नहीं है. इसके बावजूद काम नहीं होने की बात कह हमलोगों को बरखास्त किया गया है. कर्मियों ने बताया कि विभाग में 30 डाटा इंट्री ऑपरेटर कार्यरत थे. इनमें 10 महिला और 15 पुरुष कर्मियों की सेवा खत्म कर दी गयी है. सिटी एसपी जयंत कांत ने किसी प्रकार की बल का प्रयोग से इनकार किया. उन्होंने दो की गिरफ्तारी की पुष्टि की.