रात में सन्नाटा, ऑटो स्टैंड खाली, कैसे जायेंगे घर

परेशानी. छह से पाटलिपुत्र जंकशन पर रात में कई ट्रेनों का ठहराव, पर सुविधा का अभाव पटना : पाटलिपुत्र जंकशन पर एक दिन बाद चार जोड़ी ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित की गयी है. इसमें नॉर्थ इस्ट और दिल्ली- डिब्रूगढ़ राजधानी एक्स रात्रि में साढ़े दस बजे और 2:11 बजे जंकशन पर रुकेगी. लेकिन, दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 5, 2016 7:12 AM
परेशानी. छह से पाटलिपुत्र जंकशन पर रात में कई ट्रेनों का ठहराव, पर सुविधा का अभाव
पटना : पाटलिपुत्र जंकशन पर एक दिन बाद चार जोड़ी ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित की गयी है. इसमें नॉर्थ इस्ट और दिल्ली- डिब्रूगढ़ राजधानी एक्स रात्रि में साढ़े दस बजे और 2:11 बजे जंकशन पर रुकेगी. लेकिन, दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी से उतरने वाले यात्री कैसे अपने गंतव्य स्थान तक पहुंचेंगे. यह बड़ी समस्या है. इसकी वजह है कि जंकशन पर दस बजे तक ही ऑटो मिलते हैं और एक-दो ऑटो ही रिजर्व के लिए रुके रहते हैं. प्रभात खबर संवाददाता प्रभात रंजन ने गुरुवार की रात्रि दस बजे स्टेशन की स्थिति जानने के लिए पहुंचे.
डेढ़ किमी पर पसरा है सन्नाटा
बेली रोड से जंकशन की दूरी डेढ़ किलोमीटर है. इस सड़क के एक किनारे एलइडी लाइट लगी है, जिसमें 10 एलइडी लाइटें बंद हैं. इसके साथ ही पूरे सड़क पर सन्नाटा पसरा हुआ था और पुलिस की गश्ती गाड़ी कहीं दिखाई नहीं दी. पुलिस दिखा, तो सिर्फ जंकशन परिसर में. इस स्थिति में रात्रि के साढ़े दस बजे बाद कहां असामाजिक तत्व मिल जाये और अप्रिय घटना घट जाये, कहना मुश्किल है. इसमें सबसे ज्यादा दिक्कत दिल्ली-डिब्रूगढ़ राजधानी से उतरने वाले यात्रियों को होने वाली है.
परिसर में दो हाइमास्ट
जंकशन के पार्किंग परिसर में दो हाइमास्ट बल्ब और 100 से अधिक एलइडी लाइटें लगी हुई हैं. हालांकि, सिर्फ दो हाइमास्ट बल्ब ही जल रहे हैं, जिससे पूरे परिसर में रोशनी है. वहीं, एक भी एलइडी लाइट नहीं चल रही थी. इससे परिसर में पर्याप्त रोशनी का भी अभाव था. इसके साथ ही पार्किंग में दस ऑटो भी जैसे-तैसे लगे हुए थे, जो यहां से जाने की तैयारी कर रहे थे. एक ऑटो ड्राइवर संजय ने बताया कि साढ़े दस बजे तक सवारी मिलते हैं, इसके बाद सिर्फ एक-दो ऑटो रिजर्व के लिए खड़े रहते हैं.
बाहर का क्या कहें, प्लेटफॉर्म पर ही है लाइट का अभाव
रात्रि के दस बजे प्लेटफॉर्म नंबर एक पर सैकड़ों की संख्या में यात्रियों की चहल-कदमी थी. इसकी वजह थी कि पाटलिपुत्र-पुणे एक्स के इंतजार कर रहे थे. हालांकि, प्लेटफॉर्म पर जितने क्षेत्र में शेड लगे हुए हैं, वहां रोशनी पर्याप्त थी. वहीं, प्लेटफॉर्म के पश्चिम हिस्से में छह एलइडी लाइटें बंद थीं और पूर्वी हिस्से में भी सात एलइडी लाइटें बंद थीं. इससे प्लेटफॉर्म के खुले हिस्से में लाइटिंग व्यवस्था आधी-अधूरी ही थी.

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