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अब प्राइवेट कंपनी तय करेगी, कैसे हो शहर की बेहतर सफाई
पहले नगर निगम प्लान की डीपीआर 15 दिनों में तैयार करेगा, फिर टेंडर निकालेगा पटना : नगर निगम अब माॅनसून बीतने का इंतजार कर रहा है. शहर की सफाई व्यवस्था को वैज्ञानिक तरीके से बेहतर करने की तैयारी चल रही है. नगर निगम कचरे के उठाव से लेकर उसके निष्पादन तक की बेहतर मैनेजमेंट प्लानिंग […]
पहले नगर निगम प्लान की डीपीआर 15 दिनों में तैयार करेगा, फिर टेंडर निकालेगा
पटना : नगर निगम अब माॅनसून बीतने का इंतजार कर रहा है. शहर की सफाई व्यवस्था को वैज्ञानिक तरीके से बेहतर करने की तैयारी चल रही है. नगर निगम कचरे के उठाव से लेकर उसके निष्पादन तक की बेहतर मैनेजमेंट प्लानिंग कर रहा है. इसमें ठोस कचरा प्रबंधन, बायोमीटरिक वेस्ट मैनेजमेंट जैसे महत्वपूर्ण तरीकों को अपनाने की तैयारी है. नगर निगम पूरी योजना की डीपीआर तैयार करा रहा है, जो 15 से 20 दिनों में तैयार हो जायेगी. जैसे ही योजना की रूप रेखा तैयार होगी, उसका टेंडर के माध्यम से चयनित सफाई एक्सपर्ट प्राइवेट कंपनी को इस काम में लाया जायेगा.
कंपनी का काम होगा कि नगर निगम शहर का कचरा कैसे प्लानिंग के साथ उठाये कि शहर साफ दिखे. कहीं पर कचरा नहीं छूटे और फिर कचरा को सेकेंड्री डंपिंग यार्ड से मेन डंपिंग यार्ड तक कैसे पहुंचाया जाये कि सब कुछ समय के साथ प्रतिदिन पूरा हो. कंपनी इस पर भी योजना बना रही है कि शहरी क्षेत्र से निकलने वाले कचरे को कैसे निष्पादित किया जाये.
खरीदे जायेंगे 155 ऑटो टीपर : नगर निगम सात वर्षों से ठोस कचरा प्रबंधन के तहत बची राशि का उपयोग नये उपकरण खरीद में किया जायेगा. नगर निगम में पैसे से कचरा उठाव के लिए 155 ऑटो टीपर, डंपर, हाइवा, स्वीपिंग मशीन, डिसेल्टिंग मशीन, कॉम्पेक्ट कंटेनर आदि की खरीद की जायेगी. नगर निगम इन संसाधनों का उपयोग इंटीग्रेटेड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए लायी गयी कंपनी के आधार पर करेगा. इस संसाधनों को नगर निगम कंपनी को किराये पर देगा.
बाद में वह खुद भी उपयोग कर सकता है. नगर निगम की सशक्त स्थायी समिति ने 155 ऑटो टीपर की खरीद पर मुहर लगा दी है. वहीं अन्य उपकरणों की खरीद के लिए बुडको से कोटेशन मंगाया गया है. गौरतलब है कि निगम के पास ठोस कचरा प्रबंधन के तहत 33 करोड़ से अधिक राशि बची है.
पूरे सिस्टम को किया जायेगा प्राइवेट : निगम की तैयारी है कि सफाई सिस्टम को प्राइवेट कंपनियों के हाथ में दिया जाये. लेकिन, निगम सफाई कर्मियाें की जिम्मेवारी बनी रहे. कंपनी केवल कचरा उठाव से लेकर मुख्य डंपिंग यार्ड तक कचरा पहुंचाने का काम पूरा करेगी.
नगर आयुक्त अभिषेक सिंह बताते हैं कि अभी निगम सफाई का काम पूरा कर रहा है, लेकिन पूरी व्यवस्था स्मार्ट तरीके से व्यवस्थित नहीं है. प्राइवेट कंपनियों को इसकी जिम्मेवारी मिलेगी, तो सारा काम टाइम फ्रेम में पूरा होगा. अभी पूरी प्रक्रिया का खाका तैयार किया जा रहा है.
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