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महिलाओं व किशोरियों का होगा विकास
पटना : विकसित राज्यों के तर्ज पर अब बिहार को भी जनसंख्या नियंत्रण की पॉलिसी बना कर काम करना होगा. इससे न केवल जनंसख्या नियंत्रित होगी. बल्कि, महिलाओं व किशोरियों की स्थिति में भी सुधार होगा. ये बातें यूएनएफपीए के राज्य कार्यक्रम समन्वयक मोहम्मद नदीम नूर ने सोमवार को होटल मौर्या में महिला विकास निगम […]
पटना : विकसित राज्यों के तर्ज पर अब बिहार को भी जनसंख्या नियंत्रण की पॉलिसी बना कर काम करना होगा. इससे न केवल जनंसख्या नियंत्रित होगी. बल्कि, महिलाओं व किशोरियों की स्थिति में भी सुधार होगा.
ये बातें यूएनएफपीए के राज्य कार्यक्रम समन्वयक मोहम्मद नदीम नूर ने सोमवार को होटल मौर्या में महिला विकास निगम व जेंडर रिसोर्स सेंटर की ओर से विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर ‘ किशोरियों की खोज उनके अवसर और चुनौतियां ‘ विषय पर आयोजित कार्यशाला में कहीं. उन्होंने कहा कि लैटिन अमेरिका और जापान इसके उदाहरण है. वहां जनसंख्या नियंत्रण के लिए ऐसी पॉलिसी बनायी गयी, जिससे महिलाएं न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हो सकी. बल्कि, जनसंख्या भी नियंत्रित हो सकी. जापान में तीन वर्ष के अंदर आठ लाख महिलाओं को काम से जोड़ा गया. वहीं, अमेरिका में 26 फीसदी महिलाआें को काम से जोड़ा गया.
महिला विकास निगम की एमडी डॉ एन विजया लक्ष्मी ने कहा कि बदलते बिहार की प्रतीक है साइकिल चलाती लड़कियां. लेकिन, इसके लिए मुख्यत चार बिंदुओं पर काम करना होगा. इनमें परवरिश, सुरक्षा, पोषण व प्रजनन स्वास्थ्य शामिल है. मौके पर दलित विकास मिशन के ओएसडी अतुल वर्मा, केयर के कार्यक्रम प्रबंधक जैनेंद्र कुमार, रिसोर्स सेंटर के आनंद माधव समेत अन्य मौजूद थे.
पटना : न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल परिसर में सोमवार को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि जनसंख्या पर रोक लगाओ, विकास की धार बढ़ाओ. आज जनसंख्या की गति को रोकने के लिए सरकार की कई योजनाएं काम कर रही हैं.
फिर भी हमें अब तक सफलता नहीं मिली है, क्योंकि हम उन्हीं लोगों को समझाने में जुटे रहते हैं, जो यह जान चुके हैं कि दो से अधिक बच्चों से क्या नुकसान होगा. उन्होंने कार्यक्रम में आये आशा कार्यकर्ताओं से आग्रह करते हुए कहा कि आप वैसे गांव में जाएं, जहां के लोगों को जनसंख्या के बढ़ने से होनेवाले नुकसान के बारे में पता नहीं है. उनके पास वैसी समझ नहीं है.
अगर हम उन लोगों तक पहुंच जायेंगे, तो जनसंख्या पर कंट्रोल कर पायेंगे. डीएम ने आशा कार्यकर्ताओं से यह भी कहा कि छोटा परिवार, सुखी परिवार के संबंध में स्थानीय भाषा में लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया. गर्भवती महिलाओं के लिए सरकार द्वारा संचालित की जा रही लाभदायक योजनाओं के बारे में जानकारी देने को कहा गया. डीएम ने महिलाओं को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ गिरींद्र शेखर सिंह, अस्पताल अधीक्षक डॉ मनोज कुमार सिन्हा सहित अन्य अधिकारी व चिकित्सक मौजूद थे.
सम्मानित हुईं आशा कार्यकर्ता : प्रमिला देवी (मसौढ़ी), किरण कुमारी (फतुहा), संगीता देवी (फुलवारीशरीफ), अनीता देवी (फतुहा) और अंजना कुमारी (फतुहा)
ये भी हुए सम्मानित : डाॅ सुधा शंकर राय (फतुहा) ने 1691 महिलाओं का बंध्याकरण एवं 32 पुरुषों की नसबंदी की. वहीं डाॅ वीरेंद्र कुमार सिन्हा (बख्तियारपुर) ने 1042 महिलाओं का बंध्याकरण एवं 02 पुरुषों की नसबंदी की. इसके लिए दोनों को सम्मानित किया गया .
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