निगरानी से लेकर विवि के पुराने अधिकारियों की रिपोर्ट इस बात की पुष्टि भी करते हैं. इतना ही नहीं 24 घंटे में बच्चा राय के कॉलेजों से 12 मुद्दों पर सरकार विवि से कारण पूछता है और 24 घंटे के अंदर ही संबंधन की अनुमति सरकार से प्रदान कर दी जाती है.
इसकी वजह से विवि के अधिकारियों ने उन 12 मुद्दों का जवाब सरकार को नहीं दिया. सरकार की ओर से पत्र मिलने के बाद विवि भी इस पर पूरी तरह से खामोश हो गई. लेकिन जब मामला इंटर टॉपर घोटाले का खुला तो विवि अपने बचाव के लिए खुद ही तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर कॉलेज की जांच करवानी शुरू कर दी. इतना ही नहीं जांच के बाद विवि ने आनन-फानन में सरकार को रिपोर्ट भी सौंप दी है. अब विवि सरकार के निर्णय पर आश्रित होकर बैठ गई है.