पटना.पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति नरम दिख रहे हैं. इसका खुलासा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया. उन्होंने कहा कि जब लालू व नीतीश एक-दूसरे के घोर विरोधी होने के बाद मिल सकते हैं तो हमसे तो नीतीश कुमार का कोई ऐसा विरोध नहीं रहा. ऐसे राजनीति संभावनाओं का खेल है. इसमें बातचीत का दरवाजा हमेशा खुला रखना चाहिये. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं. उनसे अगर बात नहीं करेंगे तो हमारी चूक होगी.
जनता की समस्याओं को लेकर उनके पास ही तो जाना है. मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राजनीतिक जन्मदाता बताया. उन्होंने कहा कि नीतीश ने उन्हें बहुत कुछ दिया. अगर वे यह बात वापस ले कि मांझी को सीएम बनाकर भारी भूल की तो मेरा पूरा परिवार उन्हें भगवान मानेगा. राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद द्वारा दिये गये इफ्तार में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गये थे.
वहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनकी लंबी बातचीत हुई थी. इसे लेकर तरह-तरह के कयास लगाये जा रहे हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस में मांझी ने कहा कि हाइकोर्ट ने सरकार को ताड़ी व्यवसाय करने वाले को प्रताड़ित करने से मना किया है. ताड़ी को उतारने, आवागमन करने व रखने में कोई प्रतिबंध नहीं है. इसके बावजूद सरकार ताड़ी व्यवसाय करनेवाले लगभग 40 लाख लोगों को मद्य निषेध के नाम पर गिरफ्तार कर रही है.
उन्होंने कहा कि सरकार सभी गिरफ्तार व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज केस वापस ले. ढाका में हुए आतंकी हमला पर कहा कि किसी भी धर्म में आतंक का कोई जगह नहीं है. बिहार की बेटी तारिषी की हत्या पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्र सरकार उसके पार्थिव शरीर को सम्मानपूर्वक अंत्येष्टि कराये. उन्होंने रालोसपा में उपेंद्र कुशवाहा व अरुण कुमार के आपसी विवाद पर कहा कि आपस में सुलझा लेना चाहिये. उन्होंने ईद के पावन अवसर पर देश व राज्य के मुसलमानों को बधाई दी. मौके पर राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान, प्रदेश प्रवक्ता अनामिका पासवान व प्रदेश मीडिया प्रभारी अमरेंद्र कुमार त्रिपाठी उपस्थित थे.