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बूचड़खाना : चार वर्षों में एक कदम भी नहीं बढ़ा काम
पटना : भारत सरकार की नुरूम योजना के तहत निगम क्षेत्र में अत्याधुनिक बूचड़खाना बनाया जाना था. इस प्रस्ताव के आलोक में नगर आवास विकास विभाग ने योजना पूरी करने की जिम्मेवारी बिहार अरबन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (बुडको) को दी गयी. बुडको प्रशासन ने वर्ष 2012 में बैरिया स्थिति निगम के 25 एकड़ भूखंड पर […]
पटना : भारत सरकार की नुरूम योजना के तहत निगम क्षेत्र में अत्याधुनिक बूचड़खाना बनाया जाना था. इस प्रस्ताव के आलोक में नगर आवास विकास विभाग ने योजना पूरी करने की जिम्मेवारी बिहार अरबन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (बुडको) को दी गयी. बुडको प्रशासन ने वर्ष 2012 में बैरिया स्थिति निगम के 25 एकड़ भूखंड पर अत्याधुनिक बूचड़खाना के निर्माण की योजना बनायी. चार वर्ष बीत जाने के बाद अब तक नींव भी नहीं डाली जा सकी है.
पीपीपी मोड पर होना था निर्माण :
बुडको प्रशासन ने बूचड़खाना को पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर बनाने की रूपरेखा तैयार की थी. निर्माण की लागत दो सौ करोड़ तय की गयी. इसमें छोटे और बड़े जानवरों का वध करने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की जानी था. इसको लेकर बुडको प्रशासन ने डिजाइन भी तैयार कराया और टेंडर भी निकाला, लेकिन टेंडर सफल नहीं हो सका. इससे योजना अब तक फाइलों में ही दबी हुई है.
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