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आंकड़ों की सत्यता संग्रह करने वालों पर निर्भर करता : सिद्दीकी
पटना : आद्री के रजत जयंती समारोह समापन सत्र के मुख्य अतिथि और राज्य के वित्तमंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि आंकड़ों की सत्यता संग्रह करने वालों पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले आंकड़े इकट्ठा करने वाले लोगों को शिक्षित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीपीएल सर्वेक्षण में लिए इंटरमीडिएट में […]
पटना : आद्री के रजत जयंती समारोह समापन सत्र के मुख्य अतिथि और राज्य के वित्तमंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि आंकड़ों की सत्यता संग्रह करने वालों पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि सबसे पहले आंकड़े इकट्ठा करने वाले लोगों को शिक्षित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीपीएल सर्वेक्षण में लिए इंटरमीडिएट में पढ़ रहे छात्रों द्वारा आंकड़े इकट्ठा गया था. इन लोगों ने जानकारी के अभाव में संपन्न लोगों को भी बीपीएल सूची में शामिल कर लिया.
जरूरतमंद और जिन्हें सूची में शामिल होना चाहिए था, उन्हें ही सूची से बाहर कर दिया गया, इसलिए बिहार में, जहां अपेक्षित स्तर की शिक्षा नहीं है, ऐसे काम में लोगों को शामिल करने के पहले सांख्यिकी और आंकड़े इकट्ठा करने के तरीकों के बारे में प्रशिक्षण देना चाहिए. सिद्दीकी ने कहा कि किसी सर्वेक्षण की विश्वसनीयता अत्यंत जरूरी है और अगर सांख्यिकी गणित की शाखा है, तो हमें गौर करना चाहिए कि आंकड़े अक्सर तथ्यों को व्यक्त क्यों नहीं करते हैं? उन्होंने मार्क ट्वेन को उद्धृत करते हुए मजाकिया लहजे में कहा कि झूठ तीन प्रकार के होते हैं – झूठ, सफेद झूठ और सांख्यिकीय झूठ.
नेशनल स्टैटिस्टिक्स विषय पर सम्मेलन में अंतिम व्याख्यान देते हुए आइजीसी इंडिया-सेंट्रल प्रोग्राम के कंट्री डायरेक्टर प्रणव सेन ने कहा कि बीपीएल सर्वेक्षण संबंधी समस्या यह थी कि सर्वेक्षण कराने वालों को सर्वेक्षण के मकसद का पता चल गया था. एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि लक्षित पात्र का सर्वेक्षण इस रूप में करना चाहिए कि सर्वेक्षण करने वालों को सर्वेक्षण के उद्देश्य की जानकारी नहीं मिले.
जिस घड़ी उत्तरदाता को उद्देश्य का पता चल जाता है, सांख्यिकी का आधार खत्म हो जाता है. समापन सत्र की अध्यक्षता एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कॉलेज ऑफ इंडिया की महानिदेशक पारामिता दासगुप्ता ने की.
आद्री के सदस्य सचिव शैबाल गुप्ता ने वक्ताओं का परिचय कराया. सीइपीपीएफ आद्री के प्रबंध संपादक नीरज कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन किया. दिन का आरंभ रजत जयंती व्याख्यान–सात से हुआ जिसकी अध्यक्षता नगालैंड और केरल के पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार ने की. मणिपुर लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष दिलीप सिन्हा ने कहा कि यूरोपीय संघ से ब्रिटेन का बाहर जाना अमेरिका के बाहर चल रहे सामाजिक उदार लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सबसे नुकसानदेह झटका है.
उन्होंने कहा कि ब्रेक्सिट के लिए अधिकांश मतदान उन क्षेत्रों में किया गया, जहां प्रवासियों की संख्या अपेक्षाकृत कम थी. इसका मूल कारण पूर्वी यूरोप और चीन में सस्ते श्रम के कारण फैली बेरोजगारी से ब्रितानी नागरिकों के बड़े हिस्से में विक्षोभ था. उन्होंने कहा कि सामाजिक लोकतांत्रिक विकास अभी भी संभव है, लेकिन सरकार के हाथों में मौजूद साधन अप्रत्यक्ष और जटिल है.
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