पटना : बिहार में इंटर आर्ट्स की टॉपर रूबी राय की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया में एक अलग तरह की चर्चा ने जन्म ले लिया है. फेसबुक और अन्य माध्यमों पर आम लोग रूबी राय की गिरफ्तारी को अनुचित ठहरा रहे हैं. इससे पहले केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने रूबी राय की गिरफ्तारी को अनुचित बताया था.मीडियारिपोर्ट्स के मुताबिक आम लोगों की धारणा है कि सरकार असली मुजरिमों पर कार्रवाई करे. रूबी राय उतनी दोषी नहीं है.
मानवाधिकार आयोग में अपील
रूबी राय की गिरफ्तारी के खिलाफ राज्य मानवाधिकार में भी गुहार लगायी गयी है. जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरपुर के रहने वाले प्रो. विनोद अग्रवाल ने मानवाधिकार आयोग से रूबी की गिरफ्तारी के मामले में हस्तक्षेप की मांग की है. विनोद अग्रवाल का कहना है कि रूबी राय को बेवजह गिरफ्तार कर अपराधी की तरह पेश किया गया है. अग्रवाल ने आयोग से गुहार लगायी है कि रूबी राय नाबालिग है और उसके साथ पुलिस ऐसे पेश आ रही है, जैसे वह कोई पेशेवर अपराधी हो. विनोद अग्रवाल ने मानवाधिकार आयोग से तत्काल संज्ञान लेने की गुहार लगायी है.
इंटर आर्ट्स की टॉपर रही है रूबी राय
इस साल इंटर आर्ट्स की टॉपर बनी रूबी राय ने एक चैनल से बातचीत में प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर नहीं दिये थे. उसके बाद बिहार सरकार ने इस मामले की जांच विशेष टीम को सौंप दी. जैसे-जैसे टीम ने इस मामले में जांच की घोटाले की परत दर परत खुलते गयी और इस मामले में बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष के साथ सचिव और उनकी पत्नी की भी गिरफ्तारी हुई. रूबी राय बोर्ड के बुलावे पर दोबारा टेस्ट देने आयी थी. इस बार भी उसने प्रश्नों के संतोषजनक उत्तर नहीं दिये. उसके बाद एसआईटी ने उसे गिरफ्तार कर लिया.