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ब्लड स्टोरेज यूनिट खोलने का मामला फाइलों में अटका
आनंद तिवारी पटना : जिलों के अनुमंडलीय अस्पतालों में ब्लड स्टोरेज यूनिट खोलने का मामला फाइलों में अटक कर रह गया है. स्वास्थ्य विभाग व रीजनल डिप्टी डायरेक्टर के आदेश के बाद भी इकाई खोलने की प्रक्रिया तक आरंभ नहीं हो पायी है. इसका खामियाजा गरीब मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. इन्हें जिला अस्पताल […]
आनंद तिवारी
पटना : जिलों के अनुमंडलीय अस्पतालों में ब्लड स्टोरेज यूनिट खोलने का मामला फाइलों में अटक कर रह गया है. स्वास्थ्य विभाग व रीजनल डिप्टी डायरेक्टर के आदेश के बाद भी इकाई खोलने की प्रक्रिया तक आरंभ नहीं हो पायी है. इसका खामियाजा गरीब मरीजों को भुगतना पड़ रहा है. इन्हें जिला अस्पताल रेफर किया जा रहा है. ऐसे में कई बार रोगियों की हालत गंभीर हो जाती है, जबकि योजना को बने 10 माह से अधिक हो गये हैं. अब तक ब्लड स्टोरेज यूनिट नहीं खोले जाने से अनुमंडलीय अस्पतालों में बड़ा ऑपरेशन भी नहीं हो पा रहा है.
किसी भी अनुमंडल में नहीं खुला यूनिट : पहले चरण में पटना जिले के दानापुर और बाढ़ में ब्लड स्टोरेज यूनिट खोलने की तैयारी की जा रही थी. दानापुर में तो यूनिट बन कर तैयार भी हो गया है. इसके उद्घाटन की तिथि की घोषणा होने की बात हो रही थी. बावजूद आज तक मामला अधर में लटका हुआ है. कमोबेश यही स्थिति प्रदेश के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की है.
बैठक का नहीं हुआ असर : अनुमंडल स्तर पर ब्लड स्टोरेज यूनिट खुले, इसको लेकर 14 अप्रैल को पटना के सिविल सर्जन कार्यालय में रीजनल डिप्टी डायरेक्टर डॉ केके मिश्रा ने सभी सिविल सर्जनों की एक बैठक बुलायी. इसमें यूनिट खोलने में कहां-क्या परेशानी हो रही है, इसकी समीक्षा की गयी. बावजूद आज तक मामला अधर में लटका हुआ है. प्रदेश की 40 प्रतिशत ऐसी महिलाएं हैं, जो एनिमिक की शिकार हैं. इससे प्रसव के बाद खून की कमी से होनेवाली मौत के मामले अधिक सामने आते हैं. समय पर खून नहीं मिलने के कारण यह स्थिति सामने आती है.
यही वजह है कि पीएचसी स्तर पर प्रसूताओं की मौत के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. इसके अलावा प्रदेश में बड़ी संख्या में मासूम कुपोषित भी हैं. जिन्हें रक्त के लिए जिला अस्पताल रेफर किया जाता है. इस बात की जानकारी जिम्मेदार अधिकारियों को भी है, लेकिन कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है.
पटना : दानापुर, बाढ़, पालीगंज, मसौढ़ी, गर्दनीबाग व गुरु गोविंद सिंह अनुमंडलीय अस्पताल
नालंदा : राजगीर व हिलसा
भोजपुर : जगदीशपुर
बक्सर : डुमरांव
कैमूर : मोहनियां
रोहतास : विक्रम व डेहरी ऑनसोन
क्या कहते हैं अधिकारी
पटना जिले के कई ऐसे पीएचसी हैं, जहां ब्लड स्टोरेज यूनिट की तैयारी पूरी कर ली गयी है. जो कमियां थीं, उसको भी पूरा कर लिया गया है. वहीं बाकी जगहों पर भी मशीन से लेकर टेक्निशियन तक की व्यवस्था की जा रही है. सब कुछ ठीक रहा, तो जल्द ही इसे शुरू कर दिया जायेगा.
डाॅ जीएस सिंह, सिविल सर्जन
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