पटना : राज्य पथ परिवहन निगम ने अपनी खटारा बसों को भी 16 रुपये प्रति किलो मीटर के हिसाब से आय देने का लक्ष्य तय कर दिया है. निगम के इस लक्ष्य से कंडक्टर-ड्राइवरों की नींद उड़ गयी है.
वे इस लक्ष्य को हासिल करने में पिछड़ रहे हैं. 14 जनवरी तक कंडक्टर-ड्राइवरों ने खरमास का संकट झेला. अब वे ठंड की समस्या झेल रहे हैं. ले-दे कर निगम की 200 के करीब बसें चल रही हैं.
सबकी हालत जर्जर है. पटना-मुजफ्फरपुर, पटना-निर्मली, पटना-सुपौल, पटना-मोहनिया और सासाराम-पटना के बीच निगम की सैकड़ों बसें चल रही हैं, किंतु उनमें यात्री जुट नहीं पा रहे हैं. निगम बसों के कंडक्टर-ड्राइवरों को पैसेंजर जुटाने में पसीना छूट रहा है.
निगम के लक्ष्य से कम आय देने वाले कंडक्टर-ड्राइवरों को बदलने का नियम बना दिया गया है. ड्यूटी से हटा दिये जाने के भय से चालक-संवाहक किसी तरह बसों में यात्रियों को चढ़ा रहे हैं, फिर भी निगम बसों का लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है.
निगम के चालक-संवाहकों का कहना है कि फरवरी से पहले लक्ष्य को पूरा करना मुश्किल होगा. चालक-संवाहकों ने निगम प्रबंधन से प्रति किलो मीटर दो रुपये लक्ष्य कम करने की गुहार लगायी है.