पटना : मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक अभी बिहार मॉनसून को पहुंचने में पांच दिन बाकी है, लेकिन रविवार दोपहर तीन बजे अचानक से आसमान में बादल छा गये और साढ़े चार बजते-बजते पहले आंधी आयी, फिर बारिश. हालांकि सभी ने सोचा कि आज भी बारिश नहीं होगी, लेकिन अचानक से आसमान में बादल गरजने और बरसने लगे.
घंटों तेज बारिश हुई. इसके बाद राजधानी सहित बाकी जिलों के लोगों को भी 12 दिनों की ऊमस भरी गरमी से राहत मिली. हालांकि सुबह पांच बजे भी बूंदाबांदी हुई थी, लेकिन इसका नहीं के बराबर असर हुआ था और दोपहर में भीषण उमस पड़ने लगा था. मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक रविवार को हुई बारिश बढ़ी ऊमस से हुई है.
तापमान बढ़ने के बाद कई स्टेशनों का तापमान एक जैसा हो गया और लो प्रेशर का क्षेत्र बन गया, जिससे लोकल सिस्टम डेवलप हुआ और वह एक चक्रवात का रूप ले लिया. मौसम विभाग की मानें तो जैसे ही चक्रवात कमजोर होगा. दोबारा से मौसम का मिजाज बदल जायेगा और एक बार फिर से ऊमस वाली गरमी बढ़ेगी. यह लोकल इफेक्ट मौसम विज्ञान केंद्र के रडार में भी दो या तीन घंटे पूर्व आता है. इस कारण से उनको भी इसकी जानकारी पूर्वानुमान में नहीं रहती है. हालांकि शुक्रवार को ही पटना, जहानाबाद जैसे जिलों को अलर्ट किया था. यह चक्रवात का असर सोमवार तक रहने की
संभावना है.
पटना में 18.0 एमएम बारिश, मॉनसून आने में पांच दिन और लगेंगे
वहीं अभी मॉनसून के लिए बिहार के लोगों को इंतजार करना होगा, क्योंकि अभी वह कर्नाटक से आगे बढ़ रहा है, जिसे पहुंचने में अभी कम-से-कम पांच दिन और लगेंगे. इसके बाद ही यहां मॉनसून पहुंचेगा और बिना बिजली चमके एक सामान्य रफ्तार में दो-तीन दिन तक लगातार बारिश होती रहेगी.
यह बारिश मॉनसून की बारिश नहीं है. यह एक लोकल सिस्टम है, जो पटना पर पिछले दो दिनों से बना हुआ था और इसको लेकर अलर्ट भी जारी था. जैसे ही यह सिस्टम कमजोर होगा, गरमी और बढ़ेगी. अभी मॉनसून के आने में पांच दिनों से अधिक की देर है.
– एके सेन, मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक