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विदेशी बाजार में ले जाएं बिहार के उत्पाद

कार्यक्रम. छह देशों में भारत के एंबेसडरों ने चैंबर के प्रतिनिधियों को दी सलाह किसी ने कहा, चावल बेचिए, तो किसी ने उच्च शिक्षा लाने की बात कही पटना : बिहार के बिजनेसमैन अपने उत्पादों के लिए बाजार क्यों नहीं ढूंढते हैं. अाप सभी अध्ययन करिये और उन देशों तक आइए जहां यहां के उत्पादों […]

कार्यक्रम. छह देशों में भारत के एंबेसडरों ने चैंबर के प्रतिनिधियों को दी सलाह
किसी ने कहा, चावल बेचिए, तो किसी ने उच्च शिक्षा लाने की बात कही
पटना : बिहार के बिजनेसमैन अपने उत्पादों के लिए बाजार क्यों नहीं ढूंढते हैं. अाप सभी अध्ययन करिये और उन देशों तक आइए जहां यहां के उत्पादों की मांग है. जैसे लैटिन अमेरिकी देशों तक पहुंचिए, यूक्रेन और बहरीन भी आइए आपको लगेगा कि हमारे उत्पादों के लिए बाजार मिल गया.
भारत सरकार का विदेश मंत्रालय आपको वहां संभावनाएं तलाशने में मदद करेगा. गुरुवार की शाम जब चैंबर भवन में छह देशों से आए एंबेसडर जुटे, तो सभी ने कुछ इसी तरह बिहारी व्यापारियों को अपने मुल्कों में आमंत्रित किया. किसी एंबेसडर ने कहा कि हमारे यहां उच्च शिक्षा को लेकर आइए, तो किसी ने कहा कि चावल क्यों नहीं हमारे मुल्क में बेचते हैं. वहां दक्षिण अफ्रीका से चावल खरीदा जा रहा है. सभी उच्चायुक्तों का स्वागत चैंबर के अध्यक्ष ओपी शाह ने बुके और स्मृति चिह्न भेंट कर किया.
मनोज कुमार भारती : यूक्रेन में भारत के राजदूत
यूक्रेन को जानने के लिए वहां आना होगा. 28 राज्याें के मुल्क में 44 मिलियन लोगों में 90 प्रतिशत के पास रोजगार है. 100 प्रतिशत साक्षरता है. इसे बिहार को जानना होगा. बिहार को भी किसी एक विवि को स्पेशलाइज करना चाहिए.
संजीव रंजन : अर्जेंटीना में भारत के राजदूत
हम अर्जेंटीना, पराग्वे और उरुग्वे का काम संभालते हैं, जो कृषि और कल्चर पर खूब काम करता है. बिहार की जो दो थाती है उसमें भी कृषि और कल्चर प्रमुख हैं. वहां 300 से ज्यादा योगा स्कूल हैं. बिहार को वहां आना चाहिए.
कुमार तुहीन : नामिबिया में राजदूत
नामिबिया वैसे तो खनिज के लिए जाना जाता है. लेकिन, कृषि और फूड प्रोसेसिंग की खूब मांग है. ज्यादातर जरूरत के अनाज का आयात किया जाता है. चावल दक्षिण अफ्रिका से आता है. बिहार का भी जा सकता है.
राजीव कुमार : सेनेगल में राजदूत
हम जिन चार मुल्कों का काम देखते हैं, वहां चावल और कपड़े खूब आयात होते हैं. सेनेगल, गांबिया, गिनिबसाअो और काबो हयात में बिहार के चावल और कपड़े के लिए बेहतर बाजार हो सकता है. आप सभी अध्ययन करें.
आलोक कुमार सिन्हा : बहरीन में राजदूत
आलाेक सिन्हा ने कहा कि बहरीन और इंडिया के ताल्लुकात काफी बेहतर हुए हैं. आप कृषि, हार्टिकल्चर, ह्यमैन रिसोर्स को बेहतर करिये और इसे बहरीन में बाजार के रूप में तलाशिए. काफी मदद मिलेगी. वहां बिहार के लिए बहुत संभावनाएं हैं.
प्रभात कुमार : कोलंबिया में भारत के राजदूत
विदेश मंत्रालय की यह पहल अच्छी है जिसमें हम राज्यों के व्यवसाय के विकास को लेकर सीधे मुलाकात कर रहे हैं. बिहार को मैं कहूंगा कि बिजनेस के क्षेत्र को एक्सपोजर देने के लिए ज्यादा काम करे. जैसे गुजरात वाइब्रेंट गुजरात के जरिये निवेशकों को बुलाता है.

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