पटना / भागलपुर : पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड का कनेक्शन सीवान जेल से जुड़ने के बाद प्रशासन ने पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को भागलपुर जेल शिफ्ट कर दिया. इस शिफ्टिंग के साथ शहाबुद्दीन की बनी-बनायी अपने दरबार की दुनिया उजड़ गयी. अब भला सीवान से भागलपुर जाकर सांसद के दरबार में हाजिरी लगाने से तो कोई रहा. सांसद को भागलपुर में सामान्य कैदी की सुविधाएं मुहैया करायी गयी है. मीडिया रिपोर्ट्स और जेल सूत्रों की माने तो शहाबुद्दीन की भागलपुर जेल की रात काफी बेचैनी भरी कटी है. मच्छरों के अलावा सांसद को पीठ के दर्द ने भी परेशान किया.
मच्छरों ने किया परेशान
जानकारी के मुताबिक जिस सेल में शहाबुद्दीन को रखा गया है. वह महीनों से बंद पड़ा था. प्राथमिक स्तर पर सामान्य कैदी की सुविधा मुहैया कराने के बाद शहाबुद्दीन को उसमें रखा गया. जैसे ही रात हुई महीनों से शांत पड़े मच्छरों के लार्वा जग गये और उन्होंने शहाबुद्दीन को जमकर काटा. कमर का ऑपरेशन होने की वजह से जमीन पर नहीं सोने के डॉक्टर के निर्देशों से सांसद ने जेल अधिकारियों को अवगत कराया. जेल अधिकारियों ने कमरे में मच्छर का क्वायल जला दिया. शहाबुद्दीन के कमर दर्द की शिकायतों पर उन्होंने कहा कि आपको सोने के लिये सिर्फ कंबल ही मिल सकता है. यदि कोई आदेश ऊपर से आता है तो देखा जायेगा. जेल के डॉक्टर ने भी शहाबुद्दीन की स्वास्थ्य जांच की.
रात भर करवट बदले रहे पूर्व सांसद
जेल के सूत्रों की माने तो सीवान जेल में जिस व्यवस्था के साथ सांसद रसूख में रहते थे. वह सुविधा भागलपुर में नदारद है. सांसद को आम कैदियों की तरह सुविधाएं मुहैया करायी गयी हैं. पहली रात मच्छरों के काटने और पीठ दर्द से परेशान सांसद ने कई बार जेल अधिकारियों को बुलाया. जेल अधिकारी रात में दो बार शहाबुद्दीन के सेल की ओर गये. जानकारी के मुताबिक जेल अधिकारियों ने शहाबुद्दीन की समस्याओं में उतनी ही मदद की जितनी उन्हें नियमानुसार दी जानी है.
सुबह का नाश्ता भी कैदियों वाला
पूर्व सांसद को जेल की ओर से सुबह में चूड़ा-गुड़ और चना मुहैया कराया गया. जेल मैन्युल के हिसाब से जो कैदियों को नाश्ता परोसा जाता है वही नाश्ता शहाबुद्दीन को भी दिया गया. चर्चा यह भी है कि पूर्व सांसद ने अनमने ढंग से नाश्ता किया.