पटना: स्वास्थ्य विभाग पीएमसीएच का लोड कम करने के लिए राजधानी के सभी सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों को इमरजेंसी से जोड़ने की योजना बना रही है. अगर कभी पीएमसीएच इमरजेंसी में बेड की किल्लत हुई तो डॉक्टर मरीज को संबंधित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में रेफर कर सकेंगे.
राजधानी के राजवंशी नगर हॉस्पिटल को ऑर्थो, राजेंद्र नगर हॉस्पिटल को आइ जबकि न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल को इंडोक्राइन व नेफ्रो के लिए सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल बनाया गया है. सरकार इस योजना को अक्टूबर से लागू करने पर काम कर रही है. इसके लिए इन सभी अस्पतालों में इंडोर व दवा का ब्योरा तैयार किया जा रहा है.
जिन सुपर स्पेशयलिटी अस्पताल के इंडोर में अभी मरीजों के लिए सुविधा नहीं है, वहां भवन व सुविधाओं के विस्तार को लेकर बीएमएसआइसीएल को दिशा-निर्देश दिया गया है. जानकारी के मुताबिक सभी अस्पतालों में इंडोर के लिए 60 बेड बनाये जायेंगे. नयी योजना से जहां पीएमसीएच में मरीजों की भीड़ कम हो सकेगी, वहीं शहरी सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में रेफर हुए मरीजों का बेहतर इलाज भी संभव हो सकेगा.
सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों का मौजूदा हाल
राजवंशी नगर अस्पताल
इसे ऑर्थों के लिए सुपर स्पेशियलिटी का दर्जा दिया गया है, जहां मरीजों के लिए इंडोर व आउटडोर की सुविधा है. कुछ जांच भी होती है, लेकिन अभी वहां डॉक्टर, दवा, बेड व अन्य जरूरतों को बढ़ाना होगा. यहां के ओपीडी में भी मरीजों की भीड़ हर दिन 200 से अधिक रहती है.
न्यू गार्डिनर रोड
इसे इंडोक्राइन व नेफ्रो के लिए सुपर स्पेशियलिटी का दर्जा मिला हुआ है. यहां डायलिसिस भी होती है और साथ ही डायबिटिक सेंटर भी बना हुआ है, जहां हर दिन मरीजों की भीड़ होती है, लेकिन मरीजों को यहां उनके बीमारी के मुताबिक दवा नहीं मिलती है. इंडोर भी अभी छह बेड का ही है.
राजेंद्र नगर अस्पताल
इसे नेत्र रोग के लिए सुपर स्पेशियलिटी का दर्जा मिला हुआ है. लेकिन, यहां मरीजों को अभी तक पूर्ण सुविधा नहीं मिल पायी है. परिसर में आइ बैंक खोलने की योजना तक बनी हुई है. विभाग की ओर से कई नयी मशीनें भी लायी गयी हैं, लेकिन यहां भी डॉक्टर व स्टाफ की बेहद कमी है.
हम किसी मरीज को रेफर नहीं कर सकते हैं, लेकिन सरकार की ओर से तैयार किया गया सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में मरीजों को इंडोर की सुविधा मिलने लगे, तो इमरजेंसी का लोड काफी हद तक कम हो जायेगा. यहां सबसे अधिक भीड़ ऑर्थों में होती है. डायलिसिस के लिए भी मरीजों को कभी-कभी इंतजार करना पड़ता है.
डॉ लखींद्र प्रसाद, पीएमसीएच अधीक्षक
सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों के विस्तार को लेकर काम चल रहा है, ताकि पीएमसीएच का लोड भी कम हो सके. अक्तूबर के पहले इन अस्पतालों में इंडोर की इतनी सुविधा स्वास्थ्य विभाग मुहैया करा देगी, जिसके बाद मरीजों को यहां भरती करना मुश्किल नहीं होगा. इस बात की जरूरत महसूस की जा रही थी कि पीएमसीएच का लोड कम हो.
जितेंद्र श्रीवास्तव, स्वास्थ्य सचिव