पटना : डीजी होम गार्ड पीएन राय ने कहा कि भारत में विश्व के अन्य देशों की अपेक्षा सबसे अधिक सड़क दुर्घटना होती है. इसमें सालाना 1.04 लाख लोग जान गंवाते हैं. देश में सभी प्रकार के आपदाओं से मरने वालों की संख्या से अधिक मौत देश में सड़क दुर्घटना में होती है. वे आपदा प्रबंधन प्राधिकार द्वारा आयोजित रोड सेफ्टी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
रोड सेफ्टी को गंभीरता से लेने की सुझाव देते हुए उन्हेांने कहा कि लोगों को सड़क पर होने वाले विवादों से बचना चाहिए. उन्हेांने कहा कि सड़क दुर्घटना को हम सब मिलकर ही कम कर सकते हैं. इसके लिए प्रशासन को सहयोग करने की आवश्यकता है. इसके पूर्व आपदा प्रबंधन प्राधिकार के उपाध्यक्ष अनिल कुमार सिन्हा ने कहा कि सड़क दुर्घटना को रोकने के लिए ट्रैफिक सुधार की आवश्यकता है.
ट्रैफिक लाइट में ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए कि लोगों पता चले कि कितनी देर में उन्हें जाने का सिगनल मिलेगा. हड्डी रोग विशेषज्ञ डा अमूल्य कुमार सिंह ने कहा कि घटना के दस मिनट का समय घायल के लिए प्लेटिनम टाइम होता है. इस अवधि में उसे अस्पताल पहुंचा दिया जाता है तो उसकी जान बच जाती है.
उन्हेांने घायलों के लिए पहला एक घंटा के समय को गोल्डेन टाइम बताया. इस अवधि में घायल को बचाया जा सकता है. वहीं एनआइटी के संजीव सिन्हा ने कहा कि दुनिया में सभी मौत में सड़क दुर्घटना से मौत में सातवां स्थान है.
उन्हेांने कहा कि हर 3.7 मिनट में एक सड़क दुर्घटना होती है. इसके पूर्व सड़क दुर्घटना को रोकने और बचाव के लिए कमल शाही ने विस्तार से जानकारी दी. सम्मेलन को संबोधित करने वालों में पीटीए नोट्रेडैम के अध्यक्ष अमिताभ पांडेय,विनोद भांटी, विवेक कुमार, विश्मय रंजन सिन्हा, विनेाद सिंह आदि शामिल थे.