पटना : आय से अधिक संपत्ति मामले में निगरानी विभाग की टीम ने राज्य खाद्य निगम के एक करोड़पति मैनेजर के कई ठिकानों पर छापेमारी कर करोड़ों की अवैध संपत्ति का पता लगाया है. जानकारी के मुताबिक अवैध संपत्ति अर्जित करने वाले इस एसएफसी के जिला प्रबंधक का नाम है राम वकील पांडेय. निगरानी ने पांडेय के पांच ठिकानों पर छापेमारी की. इस छापेमारी में करोड़ों की चल-अचल अवैध संपत्ति का पता चला है. निगरानी ने कई ऐसे दस्तावेज जब्त किये हैं जिससे इस संपति का खुलासा हुआ है. राम वकील पांडये पर आय से अधिक संपति मामले में कांड संख्या 47/ 16 के तहत मामला दर्ज किया गया था. पांडेय की संपत्ति देखकर निगरानी के होश उड़ गये हैं.
तलाशी में हुआ खुलासा
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक और निगरानी सूत्रों की माने तो पांडेय के ठिकानों से लाखों रुपये कैश, 25 लाख से ज्यादा के जेवर और 17 जमीन के प्लॉट के कागज बरामद किये गये हैं. पांच जगहों पर की गयी छापेमारी में महज 6 सालों की नौकरी में पांडेय ने 17 प्लॉट खरीद लिये जो काफी महंगे हैं. विजिलेंस के डीजी के मुताबिक पांडेय के आवास से मध्य बिहार ग्रामीण बैंक, पीएनबी और ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स के अलावा सेंट्रल बैंक, स्टेट बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा और एक्सिस बैंक के पासबुक बरामद किये गये हैं. 16 लाख के फिक्स डिपोजिट के अलावा भारी मात्रा में निवेश से संबंधित कागजात बरामद किये गये हैं.
रिश्तेदारों के नाम पर है काफी संपत्ति
विजिलेंस सूत्रों के मुताबिक एसएफसी प्रबंधक ने यह संपत्ति अपने आश्रितों के नाम से अर्जित की है. पांडेय ने इसका डिटेल राज्य सरकार की वार्षिक संपत्ति विवरणी में भी नहीं दिया है. पांडेय के मकान में तलाशी के दौरान शराब की बोतलें भी पायी गयी है. पांडेय के नाम से सासाराम में तीन मंजिल मकान और पटना में मोनिका अपार्टमेंट में दो फ्लैट और बिक्रमगंज में कई डिसमिल जमीन का पता चला है. निगरानी ब्यूरो संपत्ति को देखकर आश्चर्य में है कि आखिर पांडेय ने इतनी अकूत संपत्ति कैसे जमा कर ली.