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सुविधा नदारद, खर्च 60 लाख
एनएच पर सुरक्षा. एनएचएआइ के मानक अनुसार व्यवस्था नहीं एनएचएआइ के नियम के अनुसार किसी वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने पर घायल यात्री को नजदीक के अस्पताल में पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था, वाहन के खराब होने से जाम लगने पर उसे हटाने के लिए क्रेन का होना आवश्यक है. पटना : राज्य में लगभग […]
एनएच पर सुरक्षा. एनएचएआइ के मानक अनुसार व्यवस्था नहीं
एनएचएआइ के नियम के अनुसार किसी वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने पर घायल यात्री को नजदीक के अस्पताल में पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था, वाहन के खराब होने से जाम लगने पर उसे हटाने के लिए क्रेन का होना आवश्यक है.
पटना : राज्य में लगभग 1200 किलोमीटर फोर लेन नेशनल हाइवे पर गुजरने के लिए यात्रियों से टाॅल टैक्स वसूले जा रहे, पर उसके एवज में उन्हें कोई सुरक्षा सुविधा मुहैया नहीं हो पा रही है. फोर लेन पर गुजरनेवाले यात्रियों की सुरक्षा की व्यवस्था एनएचएआइ को करनी है.
एनएचएआइ के नियम के अनुसार किसी वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने पर घायल यात्री को नजदीक के अस्पताल में पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था, वाहन के खराब होने से जाम लगने पर उसे हटाने के लिए क्रेन का होना आवश्यक है.
यह व्यवस्था एक टोल प्लाजा से दूसरे टोल प्लाजा के बीच होनी चाहिए. इसके लिए सालाना साठ लाख रुपये भी खर्च किये जा रहे हैं. एनएचएआइ के तय मानक के अनुसार फोर लेन पर यह व्यवस्था नजर नहीं आती है. आवश्यकता पड़ने पर लोग ढूंढ़ने लगते हैं.
मानक के अनुसार फोर लेन पर बोर्ड में हेल्पलाइन नंबर, एंबुलेंस का नंबर आदि डिस्प्ले होना चाहिए. ऐसा फोर लेन पर नहीं देखने को मिलता है.
फोर लेन पर गुजरनेवाले यात्रियों के लिए एनएचएआइ द्वारा एंबुलेंस, क्रेन आदि की व्यवस्था नि:शुल्क है. सुविधा पाने के लिए दिये गये हेल्पलाइन नंबर पर डायल कर सहयोग लिया जा सकता है. एनएचएआइ द्वारा किये गये एंबुलेंस के इंतजाम से दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को तत्काल नजदीक के अस्पताल में पहुंचाने की व्यवस्था है.
दुर्घटनाग्रस्त लोगों को फर्स्ट एड की सहायता देने सहित नजदीक के अस्पताल में पहुंचाने का काम एंबुलेंस द्वारा किया जाता है. फोर लेन पर होनेवाले अवरोध को दूर करने के लिए क्रेन का सहयोग मिलता है. राज्य में 14 टोल प्लाजा पर यह व्यवस्था उपलब्ध है. बीओटी से बननेवाले फोर लेन पर निर्माण एजेंसी यात्रियों को सुरक्षा सुविधा उपलब्ध करा रही है.
लोगों की सुरक्षा में एनएचएआइ प्रत्येक माह लगभग 60 लाख खर्च करती है. इसमें एंबुलेंस, क्रेन व पेट्रोलिंग वाहन पर खर्च होता है. एनएचएआइ द्वारा मुहैया करायी गयी सुविधा नि:शुल्क है. इसके लिए सुविधा लेने वाले को कोई राशि भुगतान नहीं करना होता है. फोर लेन पर चलनेवाले आपदा की स्थिति में हेल्पलाइन नंबर से सहयोग ले सकते हैं.
टोल प्लाजा पर एंबुलेंस, क्रेन व रूट पेट्रोलिंग वाहन का नंबर अंकित होता है. टोल प्लाजा पर जमा होनेवाले टैक्स राशि के बदले में मिलनेवाले रशीद पर हेल्पलाइन नंबर से सहयोग मिल सकता है.
दी जा रहीं सुविधाएं
फोर लेन पर चलने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए इंतजाम किया गया है. फोर लेन पर रोड के दोनों ओर जगह-जगह पोस्टर पर दिये हेल्पलाइन नंबर पर डायल करने से सहायता मिल सकती है. सफर के दौरान वे हेल्पलाइन नंबर, काॅन्टेक्ट नंबर, कंट्रोल रूम नंबर पर डायल कर नि:शुल्क सहयोग प्राप्त कर सकते हैं. डायल करने के साथ ही सहयोग के लिए एंबुलेंस, क्रेन अमुक स्थल पर पहुंच जायेगा. फोर लेन पर गतिविधि को देखने के लिए पेट्रोलिंग वाहन भी चक्कर लगाती है.
आरपी सिंह,
एनएचएआइ के क्षेत्रीय अधिकारी
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