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स्कूल में सेहत नहीं बिगाड़ेंगे समोसा, बर्गर

गुड न्यूज : डीएम के निर्देश पर पदाधिकारी करेंगे स्कूलों में खाद्य सामग्री की जांच पटना : अब स्कूल में भूख लगी तो, बच्चे कैंटीन में समोसा, बर्गर या चाउमिन नहीं खा सकेंगे. जिला प्रशासन के आदेश पर अब स्कूल कैटिन में इन हानिकारक खाद्य पदार्थाें के निर्माण व उनकी बिक्री पर रोक लगा दी […]

गुड न्यूज : डीएम के निर्देश पर पदाधिकारी करेंगे स्कूलों में खाद्य सामग्री की जांच
पटना : अब स्कूल में भूख लगी तो, बच्चे कैंटीन में समोसा, बर्गर या चाउमिन नहीं खा सकेंगे. जिला प्रशासन के आदेश पर अब स्कूल कैटिन में इन हानिकारक खाद्य पदार्थाें के निर्माण व उनकी बिक्री पर रोक लगा दी गयी है.
फास्ट फूड या गरिष्ठ खाद्य पदार्थों की बजाय बच्चे ताजे फल, जूस, पोहा, बिस्कुट आदि खाद्य सामग्री का सेवन ही कर पायेंगे.
सीबीएसइ गाइड लाइन को किया जायेगा फॉलो : जिला पदाधिकारी ने सीबीएसइ द्वारा जारी गाइड लाइन के तहत स्कूल कैंटीन में मिलने वाले खाद्य पदार्थों की जांच करने का निर्देश दिया है. इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा सरकारी और गैर सरकारी दोनों स्कूलों की कैंटीनों की जांच की जायेगी. इसमें मिलने वाले फास्ट फूड पर रोक लगायी जायेगा. साथ ही सभी खाद्य पदार्थों की क्वालिटी की भी जांच की जायेगी.
कार्यक्रम पदाधिकारी को मिली जिम्मेवारी : सभी स्कूलाें की कैंटीन में बनने वाले खाद्य पदार्थों की जांच खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी द्वारा की जायेगी. इस काम की जिम्मेवारी जिला शिक्षा कार्यक्रम पदाधिकारी को दी गयी है. वे स्कूलों का निरीक्षण कर फास्ट फूड पर रोक लगायेंगे. वहीं क्वालिटी की जांच में खरा न पाने जाने वाले स्कूल संचालकों पर कार्रवाई भी की जायेगी.
होती हैं ये बीमारियां : फास्ट फूड के रूप में चाट, समोसा, बर्गर, पिज्जा व चाउमिन आदि के सेवन से मोटापा बढ़ता है. इसके अलावा ग्रैसट्राइटिस, एसिडिटी, माइक्रो न्यूट्रिशिनल डेफिसिएंसी, कांस्टीपेशन आदि की समस्या भी होती हैं. फास्ट फूड में कई ऐसे पदार्थों का इस्तेमाल भी किया जाता है जिससे कैंसर होने का खतरा रहता है. ऐसे खाद्य पदार्थों की वजह से बच्चे फाइबर युक्त भोजन से दूर हो रहे हैं. हरी सब्जियां और ताजे फलों का सेवन नहीं करने से शारीरिक क्षमता में भी कमी आने लगी है. इससे बच्चाें में थकान, पढ़ाई में मन नहीं लगना आदि शिकायतें देखने को मिल रही है.
खाद्य पदार्थों की जांच
सीबीएसइ गाइड लाइन को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से अब कैंटीन में मिलनेवाले खाद्य पदार्थों की जांच की जायेगी. फास्ट फूड को पूरी तरह से बंद कराया जाना है, ताकि बच्चे स्कूल में हेल्दी डायट ले सकें.
डॉ. अशोक कुमार, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, पटना.
फास्ट फूड नुकसानदेह
फास्ट फूड सेहत के लिए नुकसानदायक है. इससे मोटापा बढ़ता है और विटामिन की कमी होने लगती है. इसे पूरी तरह से इग्नोर करने की जरूरत है.
डॉ दिवाकर तेजस्वी, जेनरल फिजिशियन

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