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अगलगी से पीड़ितों को कैंप लगा मिलेगा अनुदान
पटना : अगलगी में जिनके घर जले हैं उन्हें कैंप लगा कर अनुदान दिया जायेगा. इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने शुक्रवार को जिलों को निर्देश जारी किया. विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के प्रावधान के अनुसार सभी पीड़ितों को चेक से ही राशि का भुगतान किया […]
पटना : अगलगी में जिनके घर जले हैं उन्हें कैंप लगा कर अनुदान दिया जायेगा. इसके लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने शुक्रवार को जिलों को निर्देश जारी किया. विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के प्रावधान के अनुसार सभी पीड़ितों को चेक से ही राशि का भुगतान किया जायेगा.
राज्य में अब तक चार हजार से अधिक घर जल चुके हैं. 18 लोगों की मौत, बड़ी संख्या में पशुओं मरे हैं. भीषण गरमी के कारण प्रतिदिन औसत 10 से 12 जगहों पर अगलगी की घटनाएं हो रही हैं. इसमें सबसे अधिक झोंपड़ियाें की ही जलने की सूचना मिल रही है.
झोंपड़ियों के जलने पर 4100 रुपये. घर के साथ पशु शेड जलने पर 2100 रुपये, पूरी तरह क्षतिग्रस्त पक्का मकान के लिए 95100 रुपये, आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त पक्का मकान के लिए 5200 रुपये आैर कच्चा मकान के लिए 3200 रुपये देने का प्रावधान है. मछुआरों के नाव और कारिगरों के उपकरण के जलने या नष्ट होने पर प्रति कारिगर 4100 रुपये और कच्चे माल की क्षति होने पर भी 4100 रुपये की मदद देने का प्रावधान है.
बड़ी घटना के मामले में डीएम को घटनास्थल पर पहुंचना है. वे अगलगी की घटनाओं की चित्र आपदा प्रबंधन विभाग के ह्वाट्स एप और फेसबुक पर अपलोड करते हैं. प्रधान सचिव ह्वाट्स एप पर संबंधित जिलों के डीएम से चैट कर घटना की त्वरित जानकारी लेते हैं.
कितना मिलेगा अनुदान : मृतकों के परिजन को चार लाख रुपये, 60 प्रतिशत विकलांगता पर दो लाख रुपये, गंभीर चोट के कारण अस्पताल में भर्ती होने पर 12700 रुपये, वस्त्र के लिए 1800 रुपये, वर्तन के लिए दो हजार रुपये, वर्षा आधारित फसल के लिए प्रति हेक्टेयर 6800 रुपये, सुनिश्चित सिंचाई वाले खेतों के लिए प्रति हेक्टेयर 13500 रुपये, वार्षिक फसल के लिए प्रति हेक्टेयर 18000 रुपये, इरी, मलबेरी और तसर रेशम के लिए प्रति हेक्टेयर 4800 रुपये, मुंगा रेशम के लिए 6000 रुपये प्रति हेक्टेयर.
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