स्वयं को भाग्यवान बनाने को करें सत्य कर्म , कर्म ही भाग्य विधाता ज्योतिष काउंसेलिंगसंवाददाता4पटनाजातक की जन्म पत्रिका में लग्न स्थान अथवा इस स्थान का संबंध शुभ ग्रहों से हो, तो वह मनुष्य बड़ा ही भाग्यवान होता है. लेकिन, भाग्य स्थान अशुभ ग्रहों से पीड़ित हो, तो जातक प्राय: आर्थिक रूप से कमजोर होता है. ऐसे में जातक स्वयं को भाग्यवान बनाने के लिए सत्य कर्म करें. क्योंकि, कर्म ही एक मात्र भाग्य विधाता है. ये कहना है आचार्य श्री पति त्रिपाठी का. वे गुरुवार को आयोजित ज्योतिष काउंसेलिंग में पाठकों के सवालों का जवाब दे रहे थे. पूछे गये सवाल1. नौकरी कब तक लगेगी? खुशबू, बेगूसरायधनु लग्न की कुंडली है. सिंह राशि है. शुक्र में केतु की अंतरदशा है. छठे स्थान में शुक्र बैठे हैं. इससे स्थिति में सुधार होगा. नौकरी के लिए प्रयास करें. वर्ष 2017 के अंत तक नौकरी के योग हैं. 2. बेटे का क्या नाम रखें. रंजीत, बेगूसराय वृश्चिक लग्न और वृश्चिक राशि है. ज्येष्ठ नक्षत्र के चतुर्थ चरण में बच्चे का जन्म होने से नाम का पहला अक्षर यू शब्द हो होगा. बेटे का नाम युग रखें. ब्राह्मण वर्ण का होने से बच्चे के लिए यह नाम शुभ रहेगा. 3. नौकरी में बाधा उत्पन्न हो रही है. प्रसन्नजीत, सीवानधनु लग्न की कुंडली है. मीन राशि है. शुक्र में शनि की दशा चल रही है. शुक्र कुंडली में कारक ग्रह है. इससे वर्ष 2021 तक संभल कर काम करें. दोस्तों से दूरी बनायें. नौकरी के लिए प्रयासरत रहें. बेहतरी के लिए माता रानी की उपासना करें. 4. नौकरी कब तक लगेगी? प्रकाश कुमार सिंह, बक्सरकर्क लग्न की कुंडली है. मिथुन राशि है. बुध की दशा चल रही है. कुंडली में बुध अशुभ फलदायक है. इससे खर्च की अधिकता बनी रहेगी. नौकरी के लिए प्रयासरत रहें. पैतृक संपत्ति के लाभ का योग है. सूर्य की उपासना करें. शिक्षा के क्षेत्र में नौकरी के लिए प्रयास करें. 5. सरकारी नौकरी का योग है या नहीं? वरुण कुमार सिंह, आरातुला लग्न की कुंडली है. सिंह राशि है. चंद्रमा में शनि की अंतरदशा चल रही है. बीते एक वर्ष से शारीरिक और मानसिक अस्थिरता बनी हुई है. कुंडली मेंं सूर्य नीच के हैं. इससे आर्थिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं. अक्तूबर से मार्च तक नौकरी के योग हैं. बेहतरी के लिए चंद्रमा और बुध का उपचार करें. माता रानी की पूजा करें. प्रत्येक रविवार को सूर्य को जल दें. 6. आर्थिक समस्याओं का निदान कब तक हो पायेगा. विजय, खगड़ियाकर्क लग्न की कुंडली है. मीन राशि है. चंद्रमा की दशा और शुक्र की अंतरदशा चल रही है. स्थिति में सुधार होगा. बेहतरी के लिए शंकर जी और पार्वती जी की पूजा करें. पूर्णिमा का व्रत करें. 7. स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है. अमरनाथ प्रसाद, मधुबनीमकर लग्न और वृश्चिक राशि है. शनि की साढ़े साति चल रही है. साथ ही बुध रोग भाव के स्वामी शत्रु चंद्रमा के साथ मंगल में बैठा है. इसलिए सेहत से संबंधित परेशानी बनी हुई है. अक्तूबर 2017 के बाद से स्थिति ठीक होगी. बेहतरी के लिए मां दुर्गा की उपासना करें.
BREAKING NEWS
स्वयं को भाग्यवान बनाने को करें सत्य कर्म , कर्म ही भाग्य विधाता
स्वयं को भाग्यवान बनाने को करें सत्य कर्म , कर्म ही भाग्य विधाता ज्योतिष काउंसेलिंगसंवाददाता4पटनाजातक की जन्म पत्रिका में लग्न स्थान अथवा इस स्थान का संबंध शुभ ग्रहों से हो, तो वह मनुष्य बड़ा ही भाग्यवान होता है. लेकिन, भाग्य स्थान अशुभ ग्रहों से पीड़ित हो, तो जातक प्राय: आर्थिक रूप से कमजोर होता है. […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement