पटना: सुरक्षा को देखते हुए आइजीआइएमएस प्रशाासन ने सीसीटीवी कैमरा का विस्तार करने का फैसला लिया है. अब अस्पताल की पॉर्किंग और परिसर की निगरानी भी कैमरे की मदद से की जायेगी. हालांकि अस्पताल में कैमरे पहले से ही लगे हुए हैं, लेकिन कुछ ऐसे भी कैमरे हैं, जिनकी तस्वीरें इतनी धुंधली होती हैं कि उनके लगने या न लगने का कोई फायदा नहीं है.
ऐसे में यहां सुरक्षा की जहां कमी है, वहीं दूसरी ओर आये दिन मारपीट व चोरी होती रहती है. इसको देखते हुए अस्पताल प्रशासन ने सीसीटीवी कैमरा लगाने का फैसला लिया है. इन कैमरों पर सवा तीन लाख रुपये खर्च होंगे और ये कैमरे अप्रैल में लग जायेंगे.
अधिकारियों के मुताबिक आइजीआइएमएस अस्पताल में 32 नये सीसीटीवी कैमरे लगाने की योजना बनायी गयी है. थोक भाव में लगने वाले इन कैमरों की जद में अस्पताल के सभी ओपीडी, दवा वितरण व पर्ची बनाने की खिड़कियां, प्रयोगशाला, कैंटीन, वार्ड, आपात वार्ड के अलावा प्रशासनिक दफ्तर भी रहेंगे. अस्पताल के एमएस, सुरक्षा अधिकारी के पास इन कैमरों का नियंत्रण होगा, जहां वे अपने दफ्तर में बैठकर पूरे अस्पताल की गतिविधियों पर निगाह रख सकेंगे.
पार्किंग व परिसर भी रहेंगे दायरे में
34 कैमरों का करीब सवा तीन लाख रुपये बजट तय किया गया है. इसी राशि में से सीसीटीवी कैमरे, डीवीआर रिकॉर्डर, हार्ड डिस्क व अन्य फिटिंग का काम होना है. अप्रैल महीने में कैमरा लगाने का काम शुरू कर दिया जायेगा. शासी निकाय सदस्य डॉ सुनील सिंह ने बताया कि अस्पताल में पहले से सीसीटीवी कैमरा काम कर रहा है, लेकिन इसका विस्तार हो जाने से अधिकांश एरिया सीसीटीवी की नजर में रहेगा. इससे जहां चोरी व अपराधिक घटनाएं रुकेंगी. आइजीआइएमएस के डायरेक्टर डॉ एनआर विश्वास ने बताया कि सुरक्षा को देखते हुए अस्पताल के मेन गेट व हर चौराहे पर सुरक्षा जवानों की तैनाती की जानी है. साथ ही टीओपी भी बनाया जायेगा. फिलहाल सीसीटीवी कैमरा का विस्तार किया जायेगा, ताकि किसी को परेशानी नहीं हो.