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मॉडल वार्डों में भी सड़क पर कचरा
खोखले दावे. 12 दिनों में ही खुलने लगी डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की पोल राजधानी की सफाई व्यवस्था को बेहतर करने को लेकर बनायी गयी योजनाएं विफल हो रही हैं. नगर निगम ने चारों अंचलों के एक-एक वार्ड में डोर-टू-डोर कचरा उठाव योजना की शुरुआत की. लेकिन, 12 दिन बाद ही निगमकर्मियों की लापरवाही साफ नजर […]
खोखले दावे. 12 दिनों में ही खुलने लगी डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन की पोल
राजधानी की सफाई व्यवस्था को बेहतर करने को लेकर बनायी गयी योजनाएं विफल हो रही हैं. नगर निगम ने चारों अंचलों के एक-एक वार्ड में डोर-टू-डोर कचरा उठाव योजना की शुरुआत की. लेकिन, 12 दिन बाद ही निगमकर्मियों की लापरवाही साफ नजर आने लगी है. मंगलवार को प्रभात खबर टीम ने इन चारों वार्डों का जायजा लिया.
डोर-टू-डोर कलेक्शन के लिए नूतन राजधानी अंचल के वार्ड नंबर तीन को चुना गया है. मगर, निगम प्रशासन इस वार्ड के आरा गार्डेन स्थित अपार्टमेंट को ही पूरा वार्ड मान कर सफाई अभियान चला रहा है. आरा गार्डेन के अलावा कहीं डोर-टू-डोर शुरू नहीं किया गया है. इतना ही नहीं, सुंदर नगर रोड में एक भी डस्टबीन भी नहीं रखा गया है. तमाम दावों के बावजूद आरा गार्डेन के सामने कूड़ा प्वाइंट पर 12:20 मिनट पर कचरों की ढेर पड़ा था.
जब से डोर-टू- डोर शुरू हुआ है, तब से नियमित घर से कचरा ले जाया जा रहा है. हालांकि, मोहल्ले और बेली रोड पर स्थित कूड़ा प्वाइंट से कचरा उठाव के बाद भी कचरा दिखता है. शाम के तीन बजे तक जगदेव पथ स्थित कूड़ा प्वाइंट पर चारों ओर कचरा बिखर जाता है.
मधु सिन्हा, आरा गार्डेन
मोहल्ले में निगम का एक भी सफाई कर्मी नहीं पहुंचता है और सड़कों पर बिखरा कचरा भी नहीं उठता है. जगदेव पथ जाने वाली सड़क किनारे जगह-जगह कचरा है, जिसमें आग लगा दी जाती है. इससे दिक्कत होती है.
माधुरी उपाध्याय, नीति बाग
नियमित नहीं पहुंच रहे सफाईकर्मी
कंकड़बाग अंचल के वार्ड नंबर 44 में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन कार्य शुरू किया गया. स्थानीय लोगों की शिकायत है कि कचरा कलेक्ट करने वाले कर्मी नियमित घर पर नहीं पहुंच रहे. दिन के 1:30 बजे कई कूड़ा प्वाइंटों पर कचरा बिखरा पड़ा था. यहां 13 मजदूर काम पर लगाये गये हैं.
सिटी में वार्ड संख्या 66 में डोर-टू-डोर कचरा अभियान की शुरुआत हुई है. वार्ड के कुछ इलाकों में सुबह साढ़े सात बजे ही सफाईकर्मी दरवाजे पर दस्तक देते हैं. लेकिन कुछ ऐसे मोहल्ले भी है, जहां सफाई कर्मी के घर पर आने की बात तो दूर घरों के बाहर कूड़ा केंद्र पर फेंके गये कचरे को उठाने के लिए तीन दिनों तक इंतजार करना पड़ता है. सबसे दुखद स्थित सीमा क्षेत्र में रहने वालों लोगों की है. वार्ड में पहले से कार्यरत श्रमिकों के अलावा दस और श्रमिक डोर टू डोर कूड़ा उठाने के लिए लगाये गये हैं. हरमंदिर गली, लंगूर गली, दरिबाज बहादुर लेन, झाउगंज, मदरसा गली चौक समेत कुछ मोहल्लों में सुबह छह बजे से 12 बजे के बीच में सफाईकर्मी घर-घर दस्तक देते है.
हालांकि नयी सड़क, जमुना जी के मठ, जजक टोली, कचौड़ी गली समेत अन्य गलियों में रहने वालों को कूड़ा केंद्र पर फेंके गये कूड़े के उठने का इंतजार रहता है. नयी सड़क के श्री प्रकाश मालाकार बताते है कि घर पर श्रमिकों के आने की बात तो दूर तीन से चार दिनों के बाद कूड़ा केंद्र से कूड़ा उठाया जाता है.
बजबजा रहा है नाला : गुरु गोविंद पथ स्थित बड़ा नाला में जमे सिल्ट से नाला बजबजा रहा है.वार्ड के आधा दर्जन कूड़ा केंद्रों में कूड़ा भी पड़ा रहता है. बाड़े की गली से हरमंदिर गली को जोड़ने वाले गली में बजबजाते नाले का पानी भी सड़कों पर बहता है. इतना ही नहीं गलियों व नालों का निर्माण कार्य चलने की वजह से सड़कों पर खुदाई की मिट्टी भी पड़ी है.
नगर निगम ने बांकीपुर अंचल के वार्ड 41 में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की शुरुआत की है. यह वार्ड कॉमर्शियल श्रेणी में आता है. इस वार्ड में गोविंद मित्रा रोड से लेकर मखिनयां कुआं, खजांची रोड स्थित आस पास के अति व्यस्त मोहल्ले आते हैं. इन मोहल्लों में सुबह में कचरा तो उठता है, लेकिन दोपहर होते-होते फिर से सड़कों पर कचरा फैल जाता है.
दोपहर में जीएम रोड का डस्टबीन भरा था और दुकानदार कचरा बाहर फेंक रहे थे. बिहारी साव लेन की गली में नगर निगम का मजदूर कचरे का उठाव कर रहा था. मखनियां कुआं गली में नाला निर्माण के चलते पूरी सड़क पर ही कचरा बिखरा हुआ था.
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