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घर में पानी की समस्या, बाहर कचरे की मार
नगर निगम ने कहा, आवश्यक सेवा अवरुद्ध करनेवालों पर दर्ज होगी प्राथमिकी पटना : प्रमंडल आयुक्त की चेतावनी के बाद भी नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल जारी है. निगम कर्मियों की पांच दिनों से चल रही हड़ताल की वजह से शहर की स्थिति और भी बदतर हो गयी है. जगह-जगह कचरे का ढेर लगा है. […]
नगर निगम ने कहा, आवश्यक सेवा अवरुद्ध करनेवालों पर दर्ज होगी प्राथमिकी
पटना : प्रमंडल आयुक्त की चेतावनी के बाद भी नगर निगम कर्मचारियों की हड़ताल जारी है. निगम कर्मियों की पांच दिनों से चल रही हड़ताल की वजह से शहर की स्थिति और भी बदतर हो गयी है. जगह-जगह कचरे का ढेर लगा है. नाक पर रुमाल लिये बिना आप इलाके से गुजर नहीं सकते हैं.
हड़ताल की वजह से जलापूर्ति सेवा भी बाधित रही. इससे लोगों को नहाने से लेकर पीने तक के पानी पर संकट छाया रहा. इधर, आयुक्त ने दैनिक वेतनभागियों को हटाने और नियमित कर्मियों पर विभागीय कार्रवाई करने का आदेश दिया है. निगम कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल से आवश्यक सेवा जलापूर्ति व सफाई व्यवस्था पूरी तरह शहर में ठप हो गयी है. स्थानीय लोगों से आह्वान किया गया है कि वे खुद ही पंप हाउस का मोटर चला लें.
सख्ती का भी असर नहीं
शुक्रवार को प्रमंडल आयुक्त की अध्यक्षता में विभागीय प्रधान सचिव, नगर आयुक्त, एसएसपी, सभी कार्यपालक पदाधिकारी की बैठक की गयी. बैठक में हड़ताल में आवश्यक सेवा अवरुद्ध नहीं हो, इसको लेकर आला अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिया गया और कहा गया कि आवश्यक सेवा बाधित करनेवालों पर सख्त कार्रवाई करें. प्रशासन के इस सख्त आदेश के बाद भी शनिवार को निगम कर्मी कार्य छोड़ यूनियन के बैनर तले निगम मुख्यलाय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया. .
मंदिरों के सामने भी गंदगी
शनिवार को बसंत पंचमी के दिन शहरवासी जैसे-तैसे घरों में स्नान किया. पंडाल और मंदिर जाने के लिए कई जगहों पर कचरे के ढेर से होकर गुजरना पड़ा. शहर के अधिकांश हिस्से में यही नजारा दिखा हड़ताल के कारण सुबह से लेकर दो बजे तक होनेवाला सफाई कार्य पूरी तरह ठप है. रात्रिकालीन सफाई चल रही है, जो सिर्फ वीवीआइपी व वीआइपी इलाकों तक ही सीमित है. आलम यह हो गया है कि 80 प्रतिशत से अधिक कूड़ा प्वाइंटों पर कचरा बजबजा रहा है. इससे लोगों को जीना मुहाल हो गया है.
केस-एक : हनुमान नगर में हनुमान मंदिर के निकट रहनेवाले निवासी राजेश कुमार कहते हैं कि वसंत पंचमी जैसे दिन भी जलापूर्ति सेवा ठप है, तो कोई आश्चर्य की बात नहीं है. इस इलाके में पिछले पांच दिनों से पेयजल संकट बना हुआ है. मोटर चलाने पर घरों में गंदा पानी पहुंच रहा है. न घरों में पहुंचे वाला पानी पीने लायक है और न ही स्नान करने लायक. ऐसे में दो सौ मीटर दूर चापाकल का सहारा लेना पड़ रहा है. इसकी शिकायत अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी से भी की है, लेकिन कुछ भी कार्रवाई नहीं हुई.
केस-दो : चिरैयाटांड़ मुहल्ले की गजाधर गली में रहनेवाले राजकुमार, राकेश, किरण देवी, पल्लवी कुमारी ने बताया कि पिछले चार दिनों से पीने के पानी को लेकर मोहल्लेवाले परेशान हैं. किरण देवी कहती हैं कि पर्व के दिन भी घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है, जिससे और परेशानी बढ़ गयी है. बच्चों को स्कूल जाना था, जैसे-तैसे बाहर से पानी लाकर सबों को स्नान कराया गया. वैसे भी पूजा के दिन कुछ ज्यादा ही साफ-सफाई करनी पड़ती है.
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