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गंदगी की हड़ताल में पानी भी कूदा

पटना : पिछले चार दिनों से शहर परेशान है. शनिवार को सरस्वती पूजा की धूम रहेगी. ऐसे में शहर साफ-सुथरा रहना चाहिए, लेकिन स्थिति कुछ और ही है. घरों में वाटर सप्लाइ ठप है. कचरा भी नहीं उठाया जा रहा है. यह समस्या लंबे समय तक जारी रह सकती है, क्योंकि पटना नगर निगम के […]

पटना : पिछले चार दिनों से शहर परेशान है. शनिवार को सरस्वती पूजा की धूम रहेगी. ऐसे में शहर साफ-सुथरा रहना चाहिए, लेकिन स्थिति कुछ और ही है. घरों में वाटर सप्लाइ ठप है. कचरा भी नहीं उठाया जा रहा है. यह समस्या लंबे समय तक जारी रह सकती है, क्योंकि पटना नगर निगम के करीब तीन हजार कर्मचारी शुक्रवार से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले गये हैं.
इससे पहले तीन दिनों तक वे सांकेतिक हड़ताल पर थे. हड़ताल में करीब 1200 स्थायी कर्मचारी और 1800 दैनिक मजदूर शामिल हैं. इधर प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने चेतावनी दी है कि यदि दैनिक मजदूरी पर कार्यरत कर्मी शनिवार को काम पर नहीं लौटे, तो उनकी सेवा समाप्त कर दी जायेगी. इसके साथ ही प्राइवेट ट्रैक्टर संचालकों को भी अविलंब काम पर लौटने को कहा है. अन्यथा उनका अनुबंध रद्द किया जायेगा.
कंकड़बाग से मौर्या लोक तक असर : हड़ताल के कारण शहर में जल पर्षद के 100 पंप स्टेशन में से ज्यादातर ठप हैं. कंकड़बाग से लेकर मौर्या लोक और अशोक राजपथ से दीघा तक किसी भी इलाके में पानी की सप्लाइ नहीं हो रही है. जल पर्षद के सभी कर्मचारी पूरी गायब हैं.
अनुकंपा के आधार पर नियुक्त हुए 200 में से 100 कर्मचारियों को काम पर लगाया गया है लेकिन सब नाकाफी साबित हो रहा है. कई कर्मचारियों को काम की जानकारी नहीं है, तो कई तकनीकी दिक्कतों को सुलझा पाने में सफल नहीं हो रहे हैं. छोटी परेशानी बड़ी हो रही है और लोगों की आस निजी बोरिंग पर टिकी हुई है. विकल्प के तौर पर कोई व्यवस्था शहर को नहीं मिल रही है.
सरकार डिसाइड करेगी पेंशन : नगर विकास विभाग, नगर निगम और जिला प्रशासन ने मजदूर संगठन की सभी मांगों को मानने से साफ इनकार कर दिया है. प्रमंडलीय आयुक्त, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव और नगर आयुक्त ने कहा है कि जो भी जायज मांगें थीं, वे मानी जा चुकी हैं. अब दैनिक मजदूरी 400 रुपये करने के साथ ही आजीवन पारिवारिक पेंशन नहीं दी जा सकती है. मजदूरी बढ़ाने का मसला तो वित्तीय क्षमता पर निर्भर है, लेकिन पेंशन तो सरकार डिसाइड करेगी. इस पर हमलोग कुछ नहीं कर सकते हैं.
हर तरफ बिखरा पड़ा है कचरा
सफाई नहीं होने से हर मोहल्लों में कचरा बिखरा पड़ा है. बेली रोड को अपवाद के तौर पर छोड़ दें, तो सब जगह की एक ही कहानी है. कंकड़बाग मेन रोड, कॉमर्स कॉलेज के पास, सब्जी मंडी राजेंद्र नगर, चिरैयाटाड़, पोस्टल पार्क, गांधी नगर और भूतनाथ रोड में कचरा सड़क पर पसरा हुआ है. दिन में बारह बजे के आसपास ही राजीव नगर, इंद्रपुरी, शिवपुरी, महेश नगर, पाटलिपुत्र कॉलोनी, शास्त्रीनगर, सहदेव महतो मार्ग, बोरिंग कैनाल रोड, किदवईपुरी, टेलीग्राफ कॉलोनी, गांधी मैदान, छज्जूबाग, अशोक राजपथ में कचरे का अंबार लग गया है.
काम नहीं, तो वेतन नहीं : आयुक्त
प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने प्रधान सचिव, नगर आयुक्त, डीएम और एसएसपी के साथ इस मुद्दे को लेकर बैठक की. उन्होंने कहा कि नागरिक सुविधा में बाधा उत्पन्न करने वाले शरारती तत्वों से सख्ती से निबटा जायेगा. हड़ताली कर्मियों के ऊपर काम नहीं, तो वेतन नहीं का नियम लागू होगा. शहर के सभी वाटर पंपों पर कुल 125 होमगार्ड को लगाया जायेगा, ताकि कोई भी व्यवधान नहीं डाल सके. वहीं हड़ताल की समस्या से निबटने के लिए निगम ने वैकल्पिक व्यवस्था की है.
इसके अनुसार अब पड़ोसी जिलों के निकायों से भी एजेंसी के माध्यम से सफाई कर्मियों की सेवा ली जायेगी. पटना में जल की आपूर्ति के लिए बिहार राज्य जल पर्षद समुचित व्यवस्था करेगा और सफाई का काम नगर निगम एजेंसी के सहारे करायेगा. फिलहाल सभी पार्षद 20-20 मजदूर और ड्राइवर की व्यवस्था करेंगे.
हड़ताल कर कुछ असामाजिक तत्व शहर में आवश्यक सेवाओं को लेकर अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं. प्रशासन इनसे सख्ती से निबटेगा. हम सभी जगह सुरक्षा मुहैया करा रहे हैं. काम में बाधा डालने वालों पर एफआइआर होगी.
– आनंद किशोर, प्रमंडलीय आयुक्त
यूनियन की जो भी जायज मांगें थीं, उन पर निगम स्तर से निर्णय ले लिया गया है. जिन मामलों पर सरकार के स्तर फैसले लिये जाने हैं, उन्हें सरकार को भेजा गया है. हम सब नगर निकाय कर्मचारियों से अपील करते हैं कि वे तत्काल काम शुरू करें. वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर पड़ोसी निकायों की सेवा ली जायेगी.
– अमृतलाल मीणा, प्रधान सचिव, नगर विकास विभाग
आज से शहर में सेवा सामान्य हो जाने की उम्मीद है. इसके लिए 1200 कर्मियों की आवश्यकता है, जो आसपास के निगम से मिल जायेंगे. हड़ताल पर गये सभी कर्मियों को नोटिस भेजा गया है. काम पर नहीं लौटे तो उनकी सेवा समाप्त हो जायेगी. आमलोग हमें निगम के कंट्रोल रूम पर अपनी समस्या के बारे में बता सकते हैं.
-जय सिंह, नगर आयुक्त
सभी कर्मचारियों को नियमित करने के लिए आदेश जारी किया जाये और तब तक 400 रुपये की मजदूरी दी जाये. जब भागलपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा और गया में आजीवन पारिवारिक पेंशन लागू है, तो राजधानी में क्यों नहीं? हम मांगें पूरी होने तक हड़ताल पर ही रहेंगे.
– चंद्रप्रकाश सिंह, अध्यक्ष, स्टाफ यूनियन
निगम टकराव की स्थिति उत्पन्न कर रहा है. हठधर्मिता छोड़ कर मांगों की पूर्ति की जाये.
– नीरज वर्मा, महामंत्री, स्टाफ यूनियन

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