पटना : राज्य सरकार की ओर से कपड़ों पर पांच प्रतिशत वैट लगाने के विरोध में व्यवसायियों ने तीन दिवसीय राज्यस्तरीय बंद का आह्वान किया था. रविवार को आखिरी दिन भी राजधानी सहित पूरे प्रदेश की कपड़ा दुकान स्वत: बंद रही. राजधानी में बिहार टेक्सटाइल चैंबर ऑफ कॉमर्स के बैनर तले कपड़ा व्यवसायियों ने दुकानें बंद रखी.
तीन दिनों के बंद से पूरे सूबे में 75 करोड़ रुपये का कारोबार बाधित हुआ है. कपड़ा व्यवसायियों का कहना है कि सरकार जब तक वैट वासप नहीं लेती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा. सोमवार से कपड़ा व्यावसायी अपने-अपने दुकान खोलेंगे. लेकिन, काली पट्टी लगा कर विरोध भी करेंगे. यह जारी रहेगा.
यह आंदोलन आजादी के बाद का सबसे बड़ा आंदोलन है और इस आंदोलन को ठंडा नहीं होंने देंगे. उन्होंने कहा कि देश के किसी भी राज्य में कपड़ा पर वैट नहीं है, तो बिहार में क्यों. सरकार को कपड़ा पर लगनेवाला वैट कानून को वापस लेना होगा. सोमवार से काला पट्टी लगा कर दुकान खोलेंगे और फिर राज्य भर के कपड़ा व्यवसायिक संगठनों से विचार-विमर्श करेंगे. इसके बाद आगे की रणनीति तैयार की जायेगी.