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प्रदेश में 20 करोड़ रुपये का नुकसान
वैट का विरोध. राज्य भर में कपड़ा दुकानें बंद, आज और कल भी नहीं खुलेंगी दुकानें पटना : बिहार टेक्सटाइल चैंबर ऑफ काॅमर्स द्वारा तीन दिनों की बंदी की घोषणा के कारण राज्य में कपड़ा व्यवसाय ठप हो गया है. यह बंदी कपड़े पर पांच प्रतिशत बिक्री कर लादने के विरोध में है. बंदी के […]
वैट का विरोध. राज्य भर में कपड़ा दुकानें बंद, आज और कल भी नहीं खुलेंगी दुकानें
पटना : बिहार टेक्सटाइल चैंबर ऑफ काॅमर्स द्वारा तीन दिनों की बंदी की घोषणा के कारण राज्य में कपड़ा व्यवसाय ठप हो गया है. यह बंदी कपड़े पर पांच प्रतिशत बिक्री कर लादने के विरोध में है. बंदी के पहले दिन शुक्रवार को पूरे प्रदेश में 20 से 25 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. पटना में ही दस करोड़ के आसपास के कपड़ा व्यापार का नुकसान हुआ है.
शहर में कपड़े की बड़ी मंडियों के साथ ज्यादातर दुकानें बंद देखी गयीं. खेतान मार्केट, हथुआ मार्केट से लेकर न्यू मार्केट तक में पूरी तरह सन्नाटा पसरा रहा. इसके पहले संगठन की ओर से जनवरी में ही 48 घंटे तक दुकानें बंद हो चुकी हैं.
राजधानी के कपड़ा व्यापारी बगैर धरना और प्रदर्शन के ही
सरकार से वैट हटाने की मांग कर रहे हैं. पिछली बार से उलट इस बार उन्होंनेविरोध का मौन तरीका निकाला है. सभी व्यवसायी अपनी दुकानों को बंद कर या तो दुकान के बाहर हैं या फिर घर पर बैठ चुके हैं.
पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार का वैट लगाने का कदम पूरी तरह जनविरोधी है. सरकार ने सोची-समझी साजिश के तहत साड़ी और कपड़ा पर टैक्स लगाया है. किसी भी पड़ोसी राज्य में कोई वैट या टैक्स नहीं है. इस कारण हम यह कदम उठाने को मजबूर हुए हैं. टेक्सटाइल चैंबर के प्रदेश सचिव रंजीत सिंह ने बताया कि हम मुख्यमंत्री से अाग्रह करते हैं कि वे हमारी बात सुनें और इस टैक्स को अविलंब हटायें.
दो दिन और होगी परेशानी
अभी लगन का दौर चल रहा है जिसमें कपड़े की खरीदारी सबसे ज्यादा होती है. ऐसे में बंदी के कारण लोगों को दो दिन और परेशानी उठानी होगी. चैंबर के आंकड़ों के मुताबिक हर साल बिहार में 400 कराेड़ रुपये का कपड़ों का कारोबार होता है. इसमें एक तथ्य यह भी है कि लोग शादियों में महंगे कपड़ों की ही खरीदारी करते हैं. 500 रुपये मीटर और 2000 रुपये से ऊपर की साड़ियों पर पांच प्रतिशत का अतिरिक्त टैक्स लगाया गया है, जिसका विराेध किया जा रहा है.
बंद करायीं दुकानें, दी राज्य सरकार को चेतावनी
शुक्रवार को पटना सिटी की सभी कपड़ा दुकानें बंद रहीं. पटना सिटी वस्त्र व्यवसायी संघ के बैनर तले सभी कपड़ा व्यवसायी रामबाग में इकट्ठा हुए और धरना देकर टैक्स का विरोध किया. धरना में शामिल लोगों ने सरकार से कपड़े पर लगाये गये टैक्स को वापस लेने की मांग की.
वहीं दानापुर में व्यवसायियों ने विरोध करते हुए शुक्रवार को सदर बाजार शिव मंदिर के पास धरना – प्रदर्शन दिया़ दानापुर चैंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव संजय कुमार गुप्ता व उपाध्यक्ष विनोद कुमार गुप्ता के नेतृत्व में धरना दिया गया़ साथ ही फुलवारीशरीफ व जानीपुर में कपड़ा व्यापरियों ने शुक्रवार को अपनी-अपनी दुकानें बंद रखीं.
सदर बाजार में जमा होकर कपड़ा व्यापारियों ने दिन भर घूम- घूम कर चौराहा , महतवाना , चुनौती कुआं , इसोपुर , गुलिस्तान मुहल्ला व खानकाह मोड़ की दुकानें बंद कराते रहे.
बिक्रम में थाना रोड व मेन रोड कपड़ा दुकानें पूरी तरह बंद रहीं. पालीगंज प्रखंड के कपड़ा दुकानदारों ने शुक्रवार को अपनी-अपनी दुकाने बंद रखीं. इस दौरान दुकानदारों ने पूरे बाजार में प्रदर्शन किया. बाद में लोग दुल्हिनबाजार व बिक्रम गये व वहां भी कपड़े की दुकानें बंद करायीं. फतुहा में ही बिहार सरकार द्वारा कपड़ा पर वैट लगाने के विरोध में राज्यव्यापी बंद के तहत फतुहा में भी कपड़ा दुकानदारों ने शुक्रवार को अपनी दुकानें बंद रखीं.
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