मुख्यमंत्री ने कहा. सभी चीनी मिलों को कहा गया है छोए से एथनॉल बनाने को
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चीनी मिलों में नहीं बनेगी स्पिरिट
मुख्यमंत्री ने कहा. सभी चीनी मिलों को कहा गया है छोए से एथनॉल बनाने को पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में जितनी चीनी मिले हैं, उनमें अब छोआ से स्पिरिट नहीं बनेगी. इस स्पिरिट का उपयोग मुख्य रूप से देसी शराब तैयार करने में किया जाता है. सभी चीनी मिलों को […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में जितनी चीनी मिले हैं, उनमें अब छोआ से स्पिरिट नहीं बनेगी. इस स्पिरिट का उपयोग मुख्य रूप से देसी शराब तैयार करने में किया जाता है.
सभी चीनी मिलों को इसके स्थान पर एथनॉल तैयार करने के लिए कहा गया है, जिसे पेट्रोल और डीजल में मिलाया जायेगा. केंद्र सरकार के निर्णय के अनुसार, पेट्रोल-डीजल में 10 फीसदी एथनॉल मिलाया जा सकता है. परंतु राज्य की चीनी मिलों में तैयार होनेवाले इस एथनॉल को केंद्र सरकार को ही खरीदना होगा. यह निर्णय उन्हें अपने स्तर से ही करते हुए तेल कंपनियों को इसे खरीदने का निर्देश देना होगा. यह सुविचारित निर्णय है. सीएम ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में कफ सीरप का विकल्प खोजने की जरूरत है.
कई लोग इसका उपयोग नशीले पदार्थ के तौर पर करते हैं. राज्य में शराब के कारोबार से जुड़े लोगों के बेरोजगार होने के मुद्दे पर सीएम ने कहा कि इनके दुकानों में सुधा पार्लर खोलने की अनुमति सरकार प्रदान कर सकती है. इसके साथ ही वे इसमें सब्जी भी बेच सकते हैं. सरकार इन कामों में मदद करेगी. शराब दुकानों के स्थान पर दूध और सब्जी बेचे, शराब बेचना क्या जरूरी है. उन्होंने कहा कि शराब बंदी के अभियान को सामाजिक आंदोलन बनाने की जरूरत है.
मिलीभगत वाले पुलिसवालों पर सख्त कार्रवाई
पटना : डीजीपी पीके ठाकुर ने मद्य निषेध अभियान के शुभारंभ के मौके पर कहा कि अवैध शराब के कारोबार में अगर किसी पुलिस कर्मियों की संलिप्तता या इसके खिलाफ किसी पुलिस पदाधिकारी की शिथिलता पायी जाती है, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. सीमावर्ती जिलों में खासतौर से चौकसी बरती जा रही है. अवैध शराब कारोबार और तस्करी रोकने के लिए उड़न दस्ता टीम का भी गठन किया जा रहा है. यह सभी जिलों में जाकर औचक निरीक्षण करेगी. पुलिस मुख्यालय के स्तर पर इसकी सतत मॉनीटरिंग की जायेगी. एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) को इसके लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है. डीजीपी ने कहा कि आपसी सहयोग के बिना इस सामाजिक निषेध अभियान को लागू नहीं किया जा सकता है.
शराबबंदी को ये सशक्त प्रयास
– पश्चिम बंगाल, यूपी, झारखंड से सटे सीमावर्ती जिलों में विशेष चौकसी टीम का गठन – दूसरे राज्यों से सटे सभी चेक पोस्टों पर बैरियर लगा कर होगी वाहनों की सघन जांच – सभी इंट्री चेक पोस्टों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर इन्हें दुरुस्थ किया जायेगा- दियारा इलाकों की मॉनीटरिंग के लिए मोटर बोट की होगी व्यवस्था – इन इलाकों में देसी या चुलाई की दारू बनाने का होता है बड़ा धंधा – 300 अतिरिक्त सैप जवानों को खासतौर से लगाया जायेगा शराब बंदी अभियान में – जिलों की जरूरत के हिसाब से भी पुलिस बलों की तैनाती की जायेगी, इसका हो रहा आंकलन – सरकार की तरफ से खोली गयी सभी विदेशी शराब दुकानों की निगेहबानी सीसीटीवी कैमरे से होगी
शराबबंदी के इस अभियान से शिक्षा विभाग को जोड़ना सराहनीय कदम है. सभी 19 हजार 432 अक्षर आंचल योजना के टोला सेवक, 8 हजार 665 तालिमी मरकज, 5 हजार 34 मुख्य टोला सेवक समेत तमाम शिक्षक कर्मियों को इस अभियान से जोड़ा जायेगा.
अशोक चौधरी, शिक्षा मंत्री
शराबबंदी लागू करने में तंत्री पूरी तरह से सक्षम है. शराबबंदी अभियान में बेहतर काम करने वाली स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा. जिलों में नशा मुक्ति केंद्र का संचालन स्वास्थ्य विभाग करेगा.
अब्दुल जलील मस्तान, मद्य निषेध मंत्री
नशा मुक्ति अभियान के लिए कला जत्था को ट्रेनिंग दी जायेगी. यह जत्था मगही, मैथिली, भोजपुरी समेत अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में संबंधित जिलों में नुक्कड़ नाटक समेत अन्य जन जागरूकता अभियान चलाये जायेंगे. महिला सिपाहियों, शिक्षिकाओं, सहायिका-सेविका के नेतृत्व में इस अभियान को गति दी जायेगी.
अंजनी कुमार सिंह, मुख्य सचिव
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