अब सूबे के सभी बस स्टैंड दिखेंगे नये लुक में- 20 बस स्टैंडों की सूरत बदलने की प्रक्रिया की गयी शुरू- राजधानी का अंतरराज्यीय बस स्टैंड निर्माण अब भी अधर में प्रभात रंजन, पटनाजिलों के बस स्टैंडों का हाल बेहाल था. इन बस स्टैंडों में बेतरतीब तरीके से बसें खड़ी होती हैं और यात्री सुविधा के नाम पर कुछ नहीं. यात्रियों के लिए न बैठने की जगह, न पीने का स्वच्छ पानी और न ही शौचालय की ही बेहतर व्यवस्था थी, पर अब सूबे के 38 जिलों के बस स्टैंडों को नया लुक देने की कवायद शुरू कर दी गयी है. सूबे के 20 बस स्टैंडों की सूरत बदलने की प्रक्रिया शुरू भी हो गयी है. इसको लेकर चयनित एजेंसियों को राशि भी अावंटित कर दी गयी है. एक बस स्टैंड पर ढाई से तीन करोड़ खर्च जिलों की बस स्टैंडों की सूरत बदने की योजना नगर आवास विकास विभाग ने बनायी है और इसे पूरा करने की जिम्मेवारी बिहार अरबन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन(बुडको) को दी गयी है. बुडको प्रशासन ने एक-एक बस स्टैंड का डीपीआर तैयार कर एजेंसी चयनित किया है. डीपीआर में किये प्रावधान के अनुसार प्रत्येक बस स्टैंड में यात्रियों को बस के इंतजार में इधर-उधर भटकना नहीं पड़े, इसको लेकर बैठने व ठहरने के साथ-साथ पीने के पानी और शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था करना है. इसको लेकर प्रत्येक बस स्टैंडों पर ढाई से तीन करोड़ रुपया खर्च किया जा रहा है. इन बस स्टैंडों का होगा कायाकल्प सीतामढ़ी, भभुआ, सिवान, मोतिहारी, बेलसंड, मखदुमपुर, सुपौल, बेगूसराय, मुंगेर, अरवल, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, मालसलामी, बांका, बोधगया, नौगछिया, कटिहार, नासरीगंज, दाउदनगर और किशनगंज के बस स्टैंडों में कार्य शुरू कर दिया गया है. इसके साथ ही आरा व मधेपुरा जिले के बस स्टैंड में शीघ्र कार्य शुरू किया जायेगा. इसके अलावा शेष जिलों के बस स्टैंडों को लेकर जमीन मामले को लेकर अटका हुआ है. जैसे-जैसे जमीन विवाद खत्म होगा, वैसे वैसे सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू किया जायेगा. अब भी फाइलों में अटका है अंतरराज्यीय बस स्टैंड राजधानी में अंतरराज्यीय बस अड्डा बनाने को लेकर वर्ष 2012 में एक योजना बनायी गयी थी. इस योजना को लेकर बैरिया में 25 एकड़ भूखंड चयनित करने के साथ साथ डीपीआर भी तैयार किया गया. बस अड्डा को लेकर टेंडर भी निकाला गया, लेकिन फंड के अभाव में योजना फाइल में ही दबी रही. हालांकि, विभाग ने योजना शुरू करने के लिए बुडको प्रशासन को पांच करोड़ रुपये आवंटन किया, लेकिन 225 करोड़ की योजना में पांच करोड़ की राशि से क्या हो सकता था. अब बुडको प्रशासन हुडको से ऋण लेने का प्रस्ताव बना रहा है, जिसको मंजूरी के लिए विभाग को भेजा जायेगा. विभाग की मंजूरी मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. कोट सूबे के सभी बस स्टैंडों की सूरत बदलनी है. इसको लेकर पहले चरण में 20 स्टैंडों में कार्य शुरू कर दिया गया है और राशि भी आवंटित कर दिया गया है. पटना बस स्टैंड बनाने को लेकर ऋण लेना है, इसको लेकर विभाग में फाइल बढ़ायी जा रही है. नरेंद्र कुमार सिंह, एमडी, बुडको \\\\B
BREAKING NEWS
अब सूबे के सभी बस स्टैंड दिखेंगे नये लुक में
अब सूबे के सभी बस स्टैंड दिखेंगे नये लुक में- 20 बस स्टैंडों की सूरत बदलने की प्रक्रिया की गयी शुरू- राजधानी का अंतरराज्यीय बस स्टैंड निर्माण अब भी अधर में प्रभात रंजन, पटनाजिलों के बस स्टैंडों का हाल बेहाल था. इन बस स्टैंडों में बेतरतीब तरीके से बसें खड़ी होती हैं और यात्री सुविधा […]
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement