डाॅ आर्य ने कहा कि मरीज को नीम-हकीम से अपना इलाज नहीं करना चाहिये. क्योंकि हकीम रोगियों को फंसा कर उनका स्वास्थ्य बरबाद कर देते हैं.
उन्होंने कहा िक पुस्तक के पढ़ने से यौन रोग व नीद से संबंधित कई भ्रांतियां दूर हो जायेंगी. मौके पर एम्स, पटना के निदेशक गिरीश कुमार सिंह व आइजीआइएमएस के निदेशक प्रो एनअार विश्वास समेत कई मौजूद थे.