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2,157 नये उत्क्रमित प्लस स्कूलों में नहीं मिले शिक्षक
मार्च, 2016 तक और 136 मिडिल स्कूल हाइ सह प्लस स्कूल में हो जायेंगे अपग्रेड 2291 अपग्रेड स्कूलों में बहाल होंगे 11,455 शिक्षक प्लस टू के लिए पढ़ाये जानेवाले विषयों के आधार पर तय होगा यूनिट पटना : राज्य में पिछले दो सालों में अब तक 2157 मिडिल स्कूलों को प्लस टू स्कूलों में उत्क्रमित […]
मार्च, 2016 तक और 136 मिडिल स्कूल
हाइ सह प्लस स्कूल में हो जायेंगे अपग्रेड
2291 अपग्रेड स्कूलों में बहाल होंगे 11,455 शिक्षक
प्लस टू के लिए
पढ़ाये जानेवाले
विषयों के आधार पर तय होगा यूनिट
पटना : राज्य में पिछले दो सालों में अब तक 2157 मिडिल स्कूलों को प्लस टू स्कूलों में उत्क्रमित कर दिया गया है, लेकिन उसमें प्लस टू स्तर के शिक्षकों की बहाली अब तक नहीं की गयी है.
2157 में से 1291 स्कूलों में तो इसी साल से नौवीं क्लास की पढ़ाई भी शुरू हो गयी, लेकिन वहां के बच्चों को मिडिल स्कूलों के शिक्षक ही पढ़ा रहे हैं. हाइ व प्लस टू स्कूलों के शिक्षकों की नहीं की जा सकी है. राज्य में 2012 से चल रही नियुक्ति प्रक्रिया ही फिलहाल जारी है. ऐसे में 2012 के बाद जो भी स्कूल हाइ या प्लस टू में अपग्रेड हुए हैं, वहां शिक्षकों के नये पद सृजित नहीं किये जा सके हैं और न ही शिक्षकों की नियुक्ति हो सकी है. चालू वित्तीय वर्ष में कम-से-कम 136 मिडिल स्कूल के प्लस टू स्कूलों में उत्क्रमित होने का लक्ष्य भी है.
राज्य के हाइस्कूल विहीन 4500 पंचायत में सरकार ने पांच सालों में हाइ सह प्लस टू स्कूल खोलने का निर्णय लिया है. 2013 से 2015 तक अब तक 2157 मिडिल स्कूलों के हाइ सह प्लस टू स्कूलों में अपग्रेड किया जा चुका है.
सरकार का लक्ष्य है कि 2017 तक सभी पंचायतों में कम-से-कम एक-एक हाइ सह प्लस टू स्कूलों की स्थापना कर दी जाये.
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