पटना: वाणिज्यकर विभाग पर मनमानी का आरोप लगाते हुए शहर के व्यवसायी दूसरे दिन भी आंदोलन पर रहे. विभिन्न संगठनों से जुड़े सैकड़ों व्यवसायी सड़क पर उतर पड़े.
ये लोग चिरैयाटांड़ पुल के निकट श्रीराम प्लाजा के पास एकत्र हुए और रैली निकाली. काफी संख्या में व्यवसायी डाकबंगला चौराहे पर पहुंचे और वहां वाणिज्यकर विभाग के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. इसके कारण कुछ देर के लिए यातायात बाधित हुआ. जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी. इसके बाद व्यवसायियों का जत्था नारेबाजी करते हुए फ्रेजर रोड, डाकबंगला चौराहा से होते हुए रेडियो स्टेशन, एसपी वर्मा रोड, एक्जिबिशन रोड आदि इलाकों का भ्रमण करता हुआ चिरैयाटांड़ पुल के पास आया. इस दौरान इन इलाकों की दुकानें बंद थीं. व्यवसायियों ने एलान किया है कि अगर उनकी मांगों पर अविलंब कार्रवाई नहीं की गयी, तो उनका आंदोलन जारी रहेगा.
भाजपा नेता भी समर्थन में उतरे: शनिवार को भाजपा विधायक अरुण कुमार सिन्हा व नितीन नवीन भी व्यवसायियों के समर्थन में सड़क पर उतर गये. वे दोनों रैली में शामिल हुए और वाणिज्यकर अधिकारियों की कार्रवाई को गलत बताते हुए पकड़े गये तमाम लोगों को रिहा करने व सील दुकानों को खोलने की मांग का समर्थन किया. विधायक अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि जब तक भाजपा सरकार में थी, तब तक व्यापारियों पर कोई अत्याचार नहीं हुआ. तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के वित्तीय प्रबंधन क्षमता के चलते व्यापारियों ने लगभग 11 सौ करोड़ रुपये टैक्स सालाना दिया.