एंजियोग्राफी व एंजियोप्लास्टिक के इलाज के लिए विदेशों से भारत आ रहे लोग
बिहार में खर्च कम और इलाज बेहतर होने से बाहरी लोगों का होता है आना
पटना : कार्डियोलाॅजी के मामले में भारत अन्य देशों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है. यही वजह है कि एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टिक की जांच व इलाज कराने के लिए दूसरे देश के लोग भारत आ रहे हैं. इतना ही नहीं, बिहार ने भी अपना स्थान बनाया है. यह कहना है अमेरिका से आये डॉ मोहम्मद अली का. इंडियन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के 22वें वार्षिक सम्मेलन के दूसरे दिन हृदय रोग से संबंधित बीमारी, इलाज व बचाव के बारे में देश-विदेश के बारे में डॉक्टरों ने बताया.
वहीं, प्रभात खबर के साथ विशेष बातचीत में डाॅ. मोहम्मद अली ने कहा कि अमेरिका में भारत की तुलना में कार्डियो संबंधित इलाज की चार गुनी फीस है. यहां पर खासकर इंजियोप्लास्टिक और एंजियोग्राफी सर्जरी का जहां दो लाख रुपये फीस है, वहीं अमेरिका, जापान आदि बड़े शहरों में इलाज में आठ लाख रुपये खर्च करना पड़ता है.
यही वजह है कि भारत में विदेशी लोग अपना इलाज कराने आते हैं. उन्होंने कहा कि नेपाल व बंगलादेश में भी इसकी फीस चार लाख रुपये है, नतीजतन बिहार में खर्च कम और इलाज बेहतर होने से बाहरी लोगों का आना होता है.
रोबोट से सर्जरी में भारत अव्वल :
एम्सटर्डम से आये डॉक्टर हरि शर्मा ने कहा कि इन दिनों रोबोट से सर्जरी के मामले में भारत अपनी पहचान बना रहा है, लेकिन लोग इसके प्रति जागरूक कम हैं. उन्होंने कहा कि रोबोटिक से सर्जरी करने में कम समय लगने के साथ ही इलाज भी बेहतर हो रहा है. लोगों को इसके प्रति जागरूक होने की जरूरत है.