पटना सिटी: सामाजिक सुरक्षा पेंशन के हकदारों पर अधिकारियों व बाबुओं की मनमर्जी चलती है. सरकार की ओर से मिलनेवाली पेंशन राशि के आवेदन को अधिकारी बंडल बना कर कोने में फेंक देते हैं. फतुहा प्रखंड कार्यालय में एसडीओ जय प्रकाश सिंह द्वारा निरीक्षण के दौरान ऐसा ही मामला प्रकाश में आया. एसडीओ ने इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई व जिलाधिकारी को रिपोर्ट सौंपने की बात कही.
अलमारी के पीछे था बंडल
दरअसल मामला यह है कि मंगलवार को एसडीओ जय प्रकाश सिंह फतुहा प्रखंड कार्यालय में कार्य की समीक्षा के लिए बैठक में गये थे. विधि-व्यवस्था कार्य की वजह से बैठक तो नहीं कर सके, लेकिन प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में भी सामाजिक सुरक्षा पेंशन की संचिका को निष्पादित करनेवाले लिपिक के पास से अलमारी के पीछे छिपा कर रखे गये बंडल को जब्त किया गया. जब्त बंडल में एक साल से लेकर अब तक के तीन सौ से अधिक आवेदन मिले, जो वृद्धावस्था व विधवा पेंशन के थे. एसडीओ ने मामले में दोषी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी को लिखा है.
निरीक्षण में और कमियां मिली
निरीक्षण के दौरान एसडीओ ने यह भी पाया कि 23 नवंबर, 2012 को मिले कुछ आवेदनों पर 30 दिनों के अंदर कार्रवाई होनी थी, लेकिन चार महीनों बाद तक उक्त आवेदनों पर कार्रवाई नहीं हुई. इसी बीच मार्च माह में गलत नंबर डाल कर मामले का निष्पादन करने की बात कही गयी, जबकि उक्त प्रकरण में अब भी जांच चल रही है. निरीक्षण के दौरान एसडीओ ने प्रखंड विकास पदाधिकारी अनीमुल हक को आवश्यक निर्देश दिया. साथ ही कार्यालय के अंदर व बाहर में गंदगी देख कर नाराजगी भी जतायी. एसडीओ ने बताया कि इस तरह की अनियमितता की रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी के पास भेजी जायेगी.
समय सीमा का उल्लंघन
एसडीओ ने बताया कि सरकार ने लोक सेवा अधिकार अधिनियम के तहत सामाजिक सुरक्षा पेंशन के मामले का निष्पादन निर्धारित समय सीमा के अंदर करना है.
आमलोग लाभ लेने के लिए बनाये गये अधिनियम काउंटर पर भी ऐसे आवेदन जमा करते हैं, लेकिन नियम को नजरअंदाज कर आवेदन को जमा कर रखा गया था. इस कारण गरीबों तक यह सुविधा नहीं पहुंच पा रही थी.