सम्मान पर बहस
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा नेता और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भारतरत्न देने का समर्थन किया है. उन्होंने सचिन तेंडुलकर को भारतरत्न दिये जाने को स्वागतयोग्य बताते हुए समाजवादी नेता डॉ राम मनोहर लोहिया और पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कपरूरी ठाकुर को भी यह सम्मान देने की मांग की.
सोमवार को जनता दरबार के बाद संवाददाताओं ने वाजपेयी सरकार में रेल मंत्री रहे नीतीश कुमार से जब पूछा कि वाजपेयी को भारतरत्न क्यों मिले, तो उन्होंने कहा कि उन्होंने समाज की सेवा की है. भाजपा की मांग में दिक्कत क्या है. अब तक न जाने कितने लोगों को भारतरत्न मिल चुका है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कपरूरी ठाकुर जननेता थे. हमलोग शुरू से ही उन्हें भारत रत्न देने की मांग करते रहे हैं. डॉ लोहिया को तो पहले ही भारतरत्न मिल जाना चाहिए था. क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर को भारतरत्न की जदयू सांसद शिवानंद तिवारी द्वारा आलोचना किये जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत राय हो सकती है. पार्टी या संगठन को इससे कोई लेना–देना नहीं है.
लोकतंत्र में सबों को अपने विचार रखने की आजादी है. सचिन तेंडुलकर को भारतरत्न दिया जाना स्वागतयोग्य है. वैज्ञानिक प्रो सीएनआर राव द्वारा नेताओं को मूर्ख कहे जाने पर नीतीश कुमार ने कहा कि वे उत्कृष्ट वैज्ञानिक हैं. किस संदर्भ में उन्होंने बयान दिया है, उसे तवज्जो नहीं दिया जाना चाहिए. वे बहुत बड़े वैज्ञानिक हैं और समाज को उन पर नाज है.
उनके बयान को उसी स्पिरिट में देखा जाये. शोध के लिए कम राशि दिये जाने के प्रो राव के आरोप मुख्यमंत्री ने कहा, यह सच है कि शोध के क्षेत्र में अधिक काम नहीं हुआ है. दूसरे देशों में शोध पर खूब पैसे खर्च किये जाते हैं.बिहार सरकार शिक्षा पर विशेष ध्यान दे रही है. बजट का 23 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च हो रहा है.
फारूक का समर्थन
नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुल्ला ने वाजपेयी को भारतरत्न दिये जाने का समर्थन किया और कहा कि उनकी शख्सियत इस सम्मान से भी बड़ी है. इसके लिए वह व्यक्तिगत आग्रह करेंगे.
शिवानंद का सवाल
पटना : जदयू सांसद शिवानंद तिवारी ने सचिन तेंडुलकर को भारतरत्न दिये जाने पर सवाल उठाया है. कहा, तेंडुलकर ने कॉरपोरेट की मदद से क्रिकेट से करोड़ों कमाये. भारतर ने अपना महत्व खो दिया है.