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मंहगे इलाज से त्रस्त दंपती ने लगायी इच्छामृत्यु की गुहार

फुलवारीशरीफ : गरीबी, लाचारी और बीमारी से जूझ रहा एक परिवार ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री से इच्छामृत्यु की गुहार लगायी है. पहली पत्नी की मौत कैंसर से हो चुकी है और अब दूसरी पत्नी जानलेवा हेपेटाइटिस बी से जूझ रही रही है . यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि फुलवारीशरीफ के इशानगर, नया टोला की […]

फुलवारीशरीफ : गरीबी, लाचारी और बीमारी से जूझ रहा एक परिवार ने राज्यपाल व मुख्यमंत्री से इच्छामृत्यु की गुहार लगायी है. पहली पत्नी की मौत कैंसर से हो चुकी है और अब दूसरी पत्नी जानलेवा हेपेटाइटिस बी से जूझ रही रही है . यह कोई फिल्मी कहानी नहीं, बल्कि फुलवारीशरीफ के इशानगर, नया टोला की है. जानकारी के अनुसार पीएमसीएच व एम्स सहित कई अस्पतालों से इलाज करा कर थक चुके जेबा परवीन (30 वर्ष) के पति मो तबरेज रहमान के पास अब इतने पैसे भी नहीं हैं कि दवा तक खरीद सकें.

दर्द से बेहाल पत्नी को जब-जब तबरेज देखता है, तो उसके अंदर एक टीस-सी उभरती है कि वह इस हाल में जिंदा रहे, तो सके. पत्नी मौत के मुहाने पर खड़ी है और दो बच्चों का मुंह देख फफक पड़ता है मो तबरेज. कभी वह अपनी पत्नी का सिर सहलाता है, तो कभी अपने दुधमुंहे बच्चे को गोद में लेकर मां का प्यार देने की असफल कोशिश करता है. दुधमुंहे की हालत ऐसी है कि उसे बीमार मां सिर्फ देख कर प्यार देती है.
लग गया खुशियों पर ग्रहण
मसजिद, नया टोले की पहली पत्नी की मौत वर्ष 2011 में कैंसर से हुई थी. पहली पत्नी की मौत के बाद अपने दुधमुंहे बच्चे को संभालने के लिए तबरेज रहमान ने दूसरी शादी जेबा परवीन से की. मेहनत- मजदूरी कर तबरेज अपने घर- परिवार के साथ खुश था. इसी बीच उसकी दूसरी पत्नी जेबा ने बेटी को जन्म दिया. थोड़े ही दिनों बाद खुशियों पर ग्रहण लगा और जेबा भी बीमार हो गयी. इलाज के दौरान यह पता चला की जेबा को हेपेटाइटिस बी है, तो तबरेज की आंखों के आगे अंधेरा छा गया. उनको कुछ करते नहीं बन रहा है.
कर्ज की भी उम्मीद नहीं
पत्नी के इलाज में अपनी सारी मेहनत से जमा पूंजी उसने खर्च कर दी, लेकिन फिर भी जेबा परवीन की हालत में कोई सुधार नहीं हो सका है. अब वह सोच-सोच कर घबरा रहा है कि अब दूसरी पत्नी भी मौत की दहलीज पर खड़ी है. उसके इलाज के लिए अब उसके पास पैसे भी नहीं बचे हैं. वह पूरी तरह परेशान है. हर तरफ से आर्थिक मदद की आस समाप्त होता देख मो टुन्नू रहमान और उसके पुत्र तबरेज रहमान ने पूरे परिवार के साथ बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इच्छा मृत्यु की मांग की है ़
तबरेज के पिता नगर पर्षद में दैनिक वेतनभोगी मजदूर रहे
तबरेज के पिता मो टुन्नू रहमान अस्थायी रूप से नगर पर्षद फुलवारीशरीफ में वर्ष 2001 में चपरासी के पद पर कार्यरत रहे . टुन्नू रहमान को नौकरी से वर्ष 2013 में निकाल दिया गया था. सूत्रों की मानें तो लाख मिन्नत के बाद भी नगर पर्षद में टुन्नू रहमान को दोबारा बहाल नहीं किया गया और बेरोजगारी के आलम में जानलेवा बीमारी से जूझता पूरा परिवार अब इच्छामृत्यु की भीख मांग रहा है.
इस संबंध में नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन सह नगर पर्षद की स्थायी समिति के सदस्य अफताब आलम ने बताया की टुन्नू रहमान नगर दैनिक वेतनभोगी मजदूर के रूप में काम करता था. वहीं सूत्रों के अनुसार गरीबी से पूरा परिवार आजीज हो गया है और घूट-घूट कर जीने को विवश है. तबरेज रहमान बताते हैं कि उनकी जिंदगी गरीबी के कारण उनके लिए बोझ बन गया है.

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