पटना सिटी: गंगा की लहरों पर सफर करते हुए एक हजार एक सौ 51 किलोमीटर की यात्रा कर सशस्त्र सीमा बल के 70 जवान गुरुवार को गायघाट पहुंचे. उनके जोखिमपूर्ण सफर को सफलतापूर्वक पूरा करने के उपलक्ष्य सम्मान समारोह का आयोजन गंगा तट पर किया गया.
सशस्त्र सीमा बल की 50 वीं वर्षगांठ पर सीमांत मुख्यालय , रानीखेत , उत्तराखंड के दार्चुला से ‘रॉफ्टिंग व वोटिंग अभियान’ सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के दिन 31 अक्तूबर से आरंभ हुई, जिसका समापन चाचा नेहरू की जयंती 14 नवंबर को हुआ. जोखिम भरे अभियान का नेतृत्व टीम लीडर सुभाष नेगी, उपसेना नायक जेसी पंत, संयुक्त क्षेत्र संगठन ज्ञानचंद्र व डॉक्टर अजीत हेमब्रम कर रहे थे.
अभियान में शामिल जवान काली, शारदा, सरयू, गंगा नदी के जाउल जीवी घाट, जूला घाट, वनवासा, शारदा पुल, गागरा घाट, व अयोध्या होते हुए यहां पहुंचे . टीम लीडर सुभाष ने बताया कि अभियान का उद्देश्य जवानों को नदी परिस्थितियों की जानकारी, स्वच्छता, सुरक्षा, भाईचारा व राष्ट्रीय आपदा के दौरान साहस कार्य से अवगत करना था. गायघाट में आयोजित समारोह में उपस्थित सशस्त्र सीमा बल के आइजी आदित्य मिश्र ने अभियान में शामिल जवानों का स्वागत किया व अभियान के उद्देश्य की सराहना की.
आइजी ने कहा कि सीमा व आम लोगों की सुरक्षा का दायित्व बल के जिम्मे है. सीमा क्षेत्रों पर अवांछित तत्वों पर निगरानी के लिए गांव से लोगों से मधुर संबंध जवान बना कर रखते हैं. उन्होंने अभियान में शामिल जवानों को प्रतीकचिह्न् भेंट कर सम्मानित किया. गंगा को प्रदूषणमुक्त करने पर भी बल दिया. समारोह में डीआइजी दीपक कुमार ने भी बातों से जवानों का हौसला अफजाई किया. अतिथियों का स्वागत सेना नायक राजीव वी राज, संचालन प्रफ्फूल शंकर व धन्यवाद ज्ञापन डॉ एमपी वासे ने किया.